पुतई में टीका लगाने के कुछ घंटे बाद आठ माह की बच्ची की मौत
महथौर पंचायत के पुतई अपनी नानी के घर आयी एक आठ माह की बच्ची की मौत टीकाकरण के कुछ घंटे बाद हो गयी.
तारडीह. महथौर पंचायत के पुतई अपनी नानी के घर आयी एक आठ माह की बच्ची की मौत टीकाकरण के कुछ घंटे बाद हो गयी. इससे परिजनों के बीच कोहराम मच गया. स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में जांच समिति गठित कर दी है. यह टीम मौत की वजह के साथ टीकाकरण अभियान के दौरान निर्धारित निर्देशों के अनुपालन की सुनिश्चता की पड़ताल करेगी. बताया जाता है कि नानी के घर आयी नीतू कुमारी व चंदेश्वर मुखिया की बच्ची राधिका कुमारी का टीकाकरण आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 24 पर शनिवार को किया गया. साथ ही पोलियो तथा अन्य ओरल ड्राप पिलाये गये. इसके कुछ घंटे बाद ही बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी. इसकी जानकारी नियमित टीकाकरण के आशा कर्मी अमृती देवी को दी गयी. आशा कर्मी ने ऐसी परिस्थिति में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार उसे दवा देने का सुझाव दिया. बच्ची की मां ने उसे दवा दी, बावजूद उसकी तबीयत बिगड़ती ही चली गयी. इसपर परिजन उसे एक लोकल डाक्टर के पास ले गये. वहां उसे कुछ और दवा दी गयी, लेकिन बच्ची की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. अंतत: उसकी मौत हो गयी. इसकी सूचना मिलते ही स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि रामकरण दास ने बीडीओ तथा पीएचसी प्रभारी को घटना की जानकारी दी. बीडीओ प्रीति कुमारी ने मृतका के परिजनों से इस बाबत जानकारी ली. वहीं पीएचसी प्रभारी ने टीकाकरण की गतिविधि की जानकारी ली. जिला नियमित टीकाकरण पदाधिकारी डीआइओ को इससे अवगत कराया. इस संबंध में पीएचसी प्रभारी डॉ कृष्ण चंद्र महासेठ ने बताया कि बच्ची को हाइ फीवर हुआ होगा और समय पर समुचित इलाज नहीं हुआ होगा. नियमित टीकाकरण सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना में से एक है. रुटिन चार्ट के अनुसार आरआइ टीकाकरण कार्यक्रम किया जाता है. वहीं आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से अनुभवी आशा कर्मी के माध्यम से टीका लगाया जाता है. टीका के बाद कुछ बच्चे को तेज बुखार भी आ जाता है. बुखार के बाद सभी उम्र के बच्चों के लिए पैरासिटामोल का निर्धारित डोज दिया जाता है. इसके बाद भी तेज बुखार रहता है तो नजदीकी एपीएचसी या पीएचसी के मेडिकल आफिसर या फिर किसी एमबीबीएस से सलाह ली जाती है. इसमें संभवतः चूक हुई है. उन्होंने डीआइओ की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर मामले की जांच कराने की बात कही, ताकि इस टीकाकरण का संदेश लोगों में गलत रूप में न जाये. वहीं इस संबंध में बीडीओ ने बताया कि मृतक के परिजनों से मिलकर जानकारी ली गयी है. पीएचसी प्रभारी से बात की है. मामले की जांच की जाएगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है