बेनीपुर. अयाची मिथिला महिला महाविद्यालय शासी निकाय की बैठक शुक्रवार को एसडीओ कार्यालय कक्ष में हुई. इसमें गत बैठक में लिए गए निर्णय की संपुष्टि करते हुए एसडीओ सह महाविद्यालय शासी निकाय के पदेन सदस्य शंभुनाथ झा ने समयाभाव के कारण सचिव पद पर बने रहने में असमर्थता जतायी. इसपर विचारोपरांत विश्वविद्यालय प्रतिनिधि प्रो. लावण्या कीर्ति सिंह को महाविद्यालय शासी निकाय का सचिव मनोनीत किया गया. साथ ही सरकार से प्राप्त अनुदान पर चर्चा करते हुए महाविद्यालय के अवकाश प्राप्त वा मृत कर्मचारियों एक मुस्त महाविद्यालय से अंतिम लाभ के रूप में मिलने वाली राशि को तीन श्रेणियों में निर्धारित किया गया. इसमें शैक्षणिक स्तर के लिए डेढ़ लाख, शिक्षकेतर कर्मियों के लिए एक लाख 25 हजार एवं चतुर्थ वर्गीय के लिए एक लाख रुपये वितरण करने का निर्णय लिया गया. इस दौरान प्रभारी प्रधानाचार्य के अनुरोध पर विद्युत विभाग द्वारा निर्धारित जुर्माने की राशि का भुगतान करते हुए सोलर उर्जा आधारित विद्युत व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया. इसके लिए प्रधानाचार्य को अधिकृत किया गया. वहीं प्रभारी प्रधानाचार्य नवीन मिश्र ने पूर्व प्रभारी द्वारा महाविद्यालय अभिलेख हस्तगत नहीं कराये जाने की बात कही. इसे गंभीरता से लेते हुए एसडीओ झा व शासी निकाय के अध्यक्ष विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी ने वर्तमान प्रभारी प्रधानाचार्य को नियमानुकूल कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसे लेकर अगली बैठक में प्रस्ताव उपस्थित करने को कहा गया. साथ ही प्रधान लिपिक के विरुद्ध आरोप पर विश्वविद्यालय अधिनियम के अधीन कार्रवाई के लिए प्रभारी प्रधानाचार्य को अधिकृत किया गया. अन्य वित्तीय व्यय के संबंध में अंकेक्षण के बाद ही पूर्व के व्यय पर विमर्श किए जाने का निर्णय लिया गया. वहीं अंतर स्नातक स्तर भुगतान के संबंध में बिहार इंटरमीडिएट शिक्षा परिषद व विश्वविद्यालय नियमावली के अनुसार भुगतान करने का निर्णय लिया गया. इस अवसर पर शिक्षाविद सदस्य मिथिलेश राय आदि मौजूद थे.
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