नौवीं कक्षा में नामांकन कराने की बाध्यता से परेशानी
संबंधित पंचायतों के माध्यमिक विद्यालयों में ही वर्ग नवम में नामांकन कराने की बाध्यता से छात्र-छात्रा व उनके अभिभावक काफी परेशान हैं.
अलीनगर. संबंधित पंचायतों के माध्यमिक विद्यालयों में ही वर्ग नवम में नामांकन कराने की बाध्यता से छात्र-छात्रा व उनके अभिभावक काफी परेशान हैं. इस आशय की चिट्ठी जब से डीइओ कार्यालय से निकाला है, तभी से सभी माध्यमिक विद्यालयों के एचएम ने संबंधित पंचायत के अलावा अन्य पंचायतों से आने वाले छात्र- छात्रा का नामांकन विद्यालय में लेना बंद कर दिया है. हालांकि दूरी अथवा अन्य कई महत्वपूर्ण कारणों को आधार बनाते हुए बीइओ की अनुशंसा के आधार पर डीइओ से स्वीकृति प्राप्त होने पर अन्य पंचायतों के छात्र-छात्राओं का किसी भी नजदीकी विद्यालयों में नामांकन कराने का विकल्प व प्रावधान किया गया है, लेकिन इसमें अभिभावक काफी परेशानी महसूस कर रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि अधिकारियों से मिलने के लिए कई-कई दिनों तक चक्कर काटना पड़ता है, फिर भी दर्शन हो पाना संभव नहीं रहता. नामांकन के लिए पंचायत क्या, प्रखंड क्षेत्र की भी पूरी छूट होनी चाहिए ताकि अभिभावक अपनी सुविधानुसार अन्य पंचायतों तथा प्रखंड क्षेत्र के अधीन आने वाले माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों का नामांकन करा सकें. आवागमन की सुविधा एवं सुरक्षा के मद्देनजर जिन स्थानों पर अभिभावक व्यवसाय करते, मजदूरी करने जाते अथवा अन्य प्रकार की ड्यूटी करने जाते, वहीं के विद्यालयों में अपनी सुविधानुसार बच्चों का नामांकन भी कराना चाहते हैं. इसलिए इसकी पूरी छूट होनी चाहिए, ताकि बच्चे नियमित रूप से क्लास ले सकें. आवागमन की सुविधा की दृष्टि से भी प्रखंड मुख्यालय के विद्यालय में नामांकन कराना समीपवर्ती गांवों के बच्चों के लिए अधिक बेहतर होगा. अलीनगर स्थित माध्यमिक विद्यालय में रूपसपुर, पकड़ी, कटहा, श्यामपुर आदि गांव के बच्चों के नामांकन की व्यवस्था की मांग संबंधित गांवों के अभिभावकों ने की है. इस संबंध में बीइओ रामकुमार ठाकुर से संपर्क करने का प्रयास असफल रहा.
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