पंचायत समिति की बैठक में जोर-शोर से उठा जल संकट व अनावृष्टि का मुद्दा
कर्पूरी सभा भवन में शनिवार को प्रमुख चौधरी मुकुंद राय की अध्यक्षता में आयोजित पंचायत समिति की बैठक में जल संकट व अनावृष्टि का मुद्दा छाया रहा.
बेनीपुर. स्थानीय कर्पूरी सभा भवन में शनिवार को प्रमुख चौधरी मुकुंद राय की अध्यक्षता में आयोजित पंचायत समिति की बैठक में जल संकट व अनावृष्टि का मुद्दा छाया रहा. सदस्यों ने नल-जल से लेकर राजकीय नलकूप तक की दयनीय स्थिति पर संबंधित अभियंताओं की जमकर खिंचाई कर दी. सदस्य प्रेम कुमार झा ने प्रखंड को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव सदन में लाया, जिसे सभी सदस्यों ने ध्वनिमत से पारित कर दिया. सदस्यों ने कहा कि अनावृष्टि के कारण जहां भू-गर्भीय जलस्तर के नीचे खिसक जाने से सामान्य चापाकल पानी देना छोड़ दिया है, वहीं खेतों में लगी धान की फसल व बिचड़े झुलस रहे हैं. इसे लेकर किसानों में त्राहिमाम मचा है. प्रखंड के सभी राजकीय नलकूप बंद पड़े हैं. ऐसी स्थिति में क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करना चाहिए. सदस्यों ने कहा कि पोहद्दी पंचायत के वार्ड सात का नल-जल सालभर से बंद है. नवादा के मुखिया प्रदीप कुमार कुमार यादव, समिति सदस्य अरुण सहनी आदि ने कहा कि नवादा के वार्ड पांच का टांका सालों से टूटा हुआ है. वहं वार्ड चार व 13 का भी नल-जल बंद है. बलनी के मुखिया राम सुधार झा ने कहा कि 10 वार्ड वाले पंचायत में आठ वार्डों का नल-जल बंद पड़ा हुआ है. इसपर सदस्यों ने जमकर बवाल काटा. पीएचइडी के सहायक अभियंता धर्मपाल बैठा की जमकर खिंचाई की. वहीं प्रमुख ने कहा कि प्रखंड के सभी पंचायतों में नल-जल पूर्णत: ठप पड़ा हुआ है. पीएचइडी इसे कितने दिनों में चालू करेगा, इसर विभागीय एसडीओ ने कहा कि समय देना संभव नहीं है. वहीं बीडीओ प्रवीण कुमार ने कहा कि पूरे पंचायत के वार्ड का सर्वे किया गया है. अधिकांश वार्ड के नल-जल की मरम्मत कार्य प्रगति पर है. जल संकट को देखते हुए सदस्य प्रेम कुमार झा, मनोज मिश्र ने हर पंचायत में 10-10 इंडिया मार्का-टू चापाकल लगवाने की मांग की. सदस्यों ने क्षेत्र में बंद पड़े सभी राजकीय नलकूप को चालू करने की मांग लघु सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता से की. इसपर कनीय अभियंता ने कहा कि प्रखंड में 50 नलकूप में 32 चालू अवस्था में है, जिसपर सदस्यों ने उनका भी जमकर क्लास लगाया. प्रमुख ने एक सप्ताह के अंदर सभी चालू नलकूप का पंचायतवार सुची देने को कहा. सदस्य धीरज कुमार झा ने प्रखंड की लचर शिक्षा व्यवस्था को लेकर बीइओ इन्दू सिन्हा को घेरा. कहा कि बीइओ कार्यालय में अनधिकृत रूप से कई शिक्षक आज भी कार्य कर रहे हैं, जबकि उनके कार्यालय का एक डाटा ऑपरेटर अंजनी कुमारी साल भर से गायब हैं. जानकारी के अनुसार वे जिला कार्यालय में प्रतिनियोजन पर हैं. उनका कार्य किसी शिक्षक से लिया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीइओ कार्यालय के अधीन दो सौ 80 बीपीएससी शिक्षक व 11 हजार पुराने शिक्षक हैं. बीइओ कार्यालय में कार्यरत शिक्षक द्वारा पुराने शिक्षकों से स्थानांतरण के नाम पर अवैध उगाही की जा रही है. इसे बीइओ ने सिरे से खारिज कर दी. वहीं बलनी के मुखिया राम सुधार झा ने कहा कि बलनी मध्य विद्यालय की एक शिक्षिका प्रतिदिन 10: बजे विद्यालय आती हैं और 10.30 बजे चली जाती हैं. क्या वह शिक्षिका बीइओ के अधीन नहीं है. उन्होंने उस शिक्षिका पर कार्रवाई की मांग की. इसके अलावा आपुर्ति, श्रम परावर्तन, कृषि, स्वच्छता एवं जीविका आदि मुद्दों पर सदस्यों ने संबंधित अधिकारियों के सामने प्रश्नों की बौछार लगाते हुए जानकारी ली. उसमें सुधार करने की हिदायत दी. इस दौरान उपप्रमुख नूनू महतो, तरौनी के मुखिया श्याम सुंदर साह, पोहद्दी की राजमणि देवी, कुसमा देवी, पंसस लाल बहादुर पासवान, भोगेंदर यादव, सीओ अश्विनी कुमार, बीएओ सूरज राम, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कुमारी भारती, एमओ रूपेश कुमार झा, पीएचइडी के सहायक अभियंता धर्मपाल बैठा सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे.
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