विश्वविद्यालय पंचांग का हुआ विमोचन, एक सप्ताह बाद मार्केट में होगा उपलब्ध

वर्ष 2024-25 के विश्वविद्यालय पंचांग का शनिवार को कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय ने विमोचन किया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 15, 2024 11:01 PM

दरभंगा. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से प्रकाशित वर्ष 2024-25 के विश्वविद्यालय पंचांग का शनिवार को कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय ने विमोचन किया. यह पंचांग 22 जुलाई से 10 जुलाई 2025 तक उपयोगी रहेगा. इसकी कीमत 100 रुपये निर्धारित की गयी है. पंचांग एक सप्ताह बाद आम जन के लिए बाजार में उपलब्ध हो जायेगा. बता दें कि वर्ष 2023-24 का पंचांग 21 जुलाई 2024 तक ही मान्य है. विक्रम संवत 2081-82 तथा शक साल 1946-47 के लिए विमोचित पंचांग में धर्मशास्त्र के सभी निर्णयों को शामिल किया गया है. कुलपति प्रो. पांडेय ने कहा कि विश्वस्तर के विश्वविद्यालय पंचांग में कई विशेषताएं हैं. उम्मीद जताई कि सभी संस्कारों में यह पंचांग सहायक होगा. व्याकरण विभागाध्यक्ष सह प्रकाशन प्रभारी डॉ दयानाथ झा ने पंचांग की विशेषताओं को बताया. मौके पर ज्योतिष विभागाध्यक्ष सह पंचांग के निदेशक डॉ कुणाल कुमार झा ने पूर्व कुलपति सह विश्वविद्यालय पंचांग के प्रणेता डॉ रामकरण शर्मा को याद किया. कहा कि उन्हीं की प्रेरणा से 1978 से विश्वविद्यालय पंचांग का अनवरत प्रकाशन संस्कृत विश्वविद्यालय करता आ रहा है. वक्ताओं ने पंचांग के मुख्य संरक्षक सह पूर्व कुलपति डॉ रामचन्द्र झा समेत सभी गणितज्ञों व सहायकों को साधुवाद दिया. पंचांग के अनुसार इस साल मलमास नहीं लगेगा. न ही किसी तरह के ग्रहण का योग है. वर्षा पांच व धान्य 11 बताया गया है. पंचांग के निदेशक ने बताया कि इस बार सूर्य राजा एवं बुध मंत्री की भूमिका में रहेंगे. इस कारण बज्रपात, सामान्य से अधिक वर्षा के साथ ज्वरादि रोग का प्रबल योग है. सर्प दंश की घटना बढ़ सकती है. चोरी व तस्करी में भी इजाफा संभव है. शासक-प्रशासक कुशलता व शिष्टाचार से रहेंगे. इस वर्ष शादी विवाह, उपनयन, मुंडन, गृहारम्भ, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों की तिथि चालू वर्ष से अधिक है. शहनाई पहले से ज्यादा बजेगी. विमोचन कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ दीनानाथ साह, उपकुलसचिव डॉ सुनील कुमार झा, डॉ रेणुका सिंहा, डॉ पवन कुमार झा, डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ विनय मिश्र, डॉ घनश्याम मिश्र, डॉ शम्भू शरण तिवारी, पीआरओ निशिकांत प्रसाद सिंह, विभूति नाथ झा, अमरनाथ शर्मा, डॉ अनिल कुमार झा, सुशील कुमार झा, कुंदन भारद्वाज, अभिषेक कुमार आदि मौजूद थे. विवाह शुभ मुहूर्त – नवंबर 2024 में 18, 22, 25 और 27, दिसंबर में 1, 2, 5, 6, 11 तथा वर्ष 2025 के जनवरी माह में 16, 19, 20, 23, 24, 29, 30, फरवरी में 2, 3, 6, 7, 16, 19, 20, 21, 24, 26, मार्च में 2, 3, 6, 7, अप्रैल में 16, 18, 20, 21, 23, 25, 30, मई में 1, 7, 8, 9, 11, 18, 19, 22, 23, 25, 28 एवं 1, 2, 4 तथा 6 जून. मुंडन की तिथि- नवंबर 2024 में 18, 20, दिसंबर 5, 6, 11, जनवरी 2025 में 31, फरवरी 3, 7, 10, 17, मार्च 6, 10, अप्रैल 17, 30, मई 8, 9, 28, जून 5, 6, 26, 27 तथा 2 एवं चार जुलाई. उपनयन की तिथि-फरवरी 3, 7, मार्च 2, 9, 10, अप्रैल 7, 8, मई 2, 7, 8, 29, जून 5, 6. गृहारंभ की तिथि-जुलाई 22, 24, अगस्त 15, अक्टूबर 21, नवंबर 14, 18, 20, दिसंबर 7, 11, 12, फरवरी 8, 15, मार्च 10, अप्रैल 16, मई 3, 8, 10, जून 5, 6, 7. गृहप्रवेश की तिथि-अगस्त 10, 14, 15, नवंबर 7, 8, 11, 13, 14, दिसंबर, 7, 11, 12, फरवरी 3, 6, 7, 8, 10, मार्च 6, 8, 10, मई 3, 7, 8, 9, 10, जून 4, 5, 6, 7. द्विरागमन की तिथि-नवंबर 18, 20, दिसंबर 5, 6, 8, 11, 12, फरवरी 16, 17, मार्च 2, 3, 5, 6, 7, 9, 10, अप्रैल 18, मई 1, 4, 7, 8, 9, 11, 12

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