Darbhanga News: दरभंगा. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में महिला मंच के तत्वावधान में बुधवार को महिला सुरक्षा अधिनियम 2005 पर कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय की अध्यक्षता में परिचर्चा आयोजित की गयी. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ सुनीता त्रिपाठी ने कहा कि महिला सुरक्षा में सामाजिक व शैक्षणिक जागरूकता काफी सहायक होती है. जब महिला अपने अधिकारों एवं विधिक प्रावधानों के बारे में साकांक्ष रहेगी, तो उनकी सुरक्षा व संरक्षा का ग्राफ औसतन ऊपर बढ़ जाएगा. उन्होंने अधिनियम की प्रमुख धाराओं के परिपेक्ष्य में महिलाओं को मिलने वाली सभी कानूनी सहायता व उपायों को बारीकी से समझाया और ऐसे उपायों से किस तरह महिलाएं लाभान्वित होंगी, उसे भी रेखांकित किया. कहा कि केवल कानून में ही नहीं अपितु व्यावहारिक स्तर पर भी महिला सुरक्षा की नितांत आवश्यकता है. घरेलू स्तर पर जिस प्रकार बेटियों को संस्कार और अदब सिखाया जाता है, आवश्यकता है कि ठीक उसी प्रकार बेटों को भी हम संस्कारित व शिक्षित करें. इससे सामाजिक स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा स्वतः बढ़ जाएगी. उन्होंने घरेलू हिंसा जैसे शारीरिक हिंसा, मानसिक उत्पीड़न, यौन हिंसा, आर्थिक हिंसा समेत अन्य उत्पीड़न के बारे में बताया. यह अधिनियम किस पर लागू होता है तथा हिंसा व उत्पीड़न के समय महिलाएं किस तरह कानूनी सहायता पाएंगी तथा इसके निमित संरक्षण अधिकारी के समक्ष कैसे अपनी समस्याओं को उपस्थापित करेंगी, इसके बारे में भी छात्राओं को विस्तार से बताया. डॉ त्रिपाठी ने कहा कि इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं को उनके घरों में सुरक्षा के साथ साथ न्याय सुनिश्चित करना है.
महिलाओं को बनाना होगा आत्म निर्भर : कुलपति
कुलपति प्रो. पाण्डेय ने महिलाओं के लिए समानता, सम्मान एवं सुरक्षा इन तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला. कहा कि महिलाओं को सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है. साथ ही हमें मानसिकता भी बदलनी होगी. कहा कि महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए ही विश्वविद्यालय में महिला मंच की स्थापना की गई है. उम्मीद जताई कि महिलाओं के व्यक्तित्व विकास एवं आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के लिए यह मंच कार्य करेगा. मंच की अध्यक्षा डॉ ममता पांडेय ने स्वागत तथा प्रो. रेणुका सिंहा ने धन्यवाद ज्ञापन किया. पीआरओ निशिकांत ने बताया कि कार्यक्रम का संचालन डॉ एल सविता आर्या ने किया. डॉ साधना शर्मा ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में कुलसचिव प्रो. ब्रजेशपति त्रिपाठी, छात्र कल्याण अध्यक्ष डॉ शिवलोचन झा, सीसीडीसी डॉ दिनेश झा, कुलानुशासक डॉ पुरेन्द्र बारीक, भू-सम्पदा पदाधिकारी उमेश झा, डॉ दयानाथ झा, डॉ दिलीप झा, डॉ कुणाल झा, डॉ विनय कुमार मिश्र, डॉ शम्भूशरण तिवारी, डॉ यदुवीर स्वरूप शास्त्री, डॉ घनश्याम मिश्र, डॉ सुधीर कुमार, डॉ अवधेश श्रोत्रिय, डॉ मैथिली कुमारी, डॉ प्रीति रानी आदि मौजूद रहे.
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