Darbhanga News: बेनीपुर. महज तीन हजार रुपये के कारण बहेड़ा थाना क्षेत्र के अधलोआम निवासी इस्की यादव के 27 वर्षीय पुत्र अखिलेश यादव का बेंगलुरु में अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गयी. अखिलेश की हत्या की सूचना मिलते ही गांव में कोहराम मच गया. विदित हो कि अखिलेश बेंगलुरु के एक निजी कंपनी में दिहाड़ी मजदूर का काम करता था. गत 19 अक्तूबर की शाम उसे किसी ने मोबाइल पर बुलाकर अपहरण कर लिया. इसे लेकर कंपनी के मालिक श्रीकांत द्वारा संबंधित थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. उसके बाद से बेंगलुरु पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. इधर अपहरण की घटना के लंबे समय गुजर जाने के बाद से परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका सताने लगी था. बेंगलुरु में उसी जगह पर उसके चचेरे भाई सुरेश यादव भी रहता है. उसने कहा कि पुलिस द्वारा तकनीकी अनुसंधान के दौरान मामले का खुलासा किया गया. इसमें पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की. पूछताछ के क्रम में अपराधियों ने उनकी हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिए जाने की बात की. सुरेश ने बताया कि पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार अपराधियों ने कहा कि मृतक एक चोरी के मोबाइल उनलोगों से पांच हजार में खरीद की थी. इसमें दो हजार रुपया दे दिया था. तीन हजार बकाया था. वे लोग इस रुपये की मांग बराबर करता आ रहा था. नहीं देने के कारण उसका अपहरण कर हत्या कर दी गयी. साक्ष्य मिटाने के लिए उसके शरीर पर तेजाब छिंड़क बेंगलुरु से लगभग 50 किमी दूर झाड़ी में छुपा दिया. इस घटना को अंजाम देने में आठ लोग संलिप्त थे. इसमें पुलिस ने छह को गिरफ्तारी कर लिया है. विदित हो कि अखिलेश माता-पिता का इकलौता कमाउ पुत था. उसकी हत्या से जहां वृद्ध माता-पिता की बुढ़ापे का सहारा छीन गया, वहीं दो बच्चे अनाथ हो गये. पति की हत्या की सूचना मिलते ही पत्नी बीणा देवी अचेत हो गई. वे हर आने वाले लोगों से यही कहती है कि आखिर अब इस दूधमुंहे बच्चे व बूढ़ा-बूढ़ी का जिंदगी का सहारा कौन होगा.
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