Darbhanga News: किस्मत बांचने के लिए एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे पर नित्य भटक रहे नौनिहाल
Darbhanga News:अर्द्धनिर्मित भवन होने के कारण विद्यालय में नामांकित 200 बच्चों को पढ़ने के लिए प्रत्येक दिन किसी न किसी के निजी दरवाजे पर भटकना पड़ता है.
Darbhanga News: संतोष कुमार पोद्दार, कुशेश्वरस्थान पूर्वी. भवन निर्माण विभाग द्वारा प्राथमिक विद्यालय भरडीहा के लिए भवन का निर्माण किया जा रहा है. अर्द्धनिर्मित भवन होने के कारण विद्यालय में नामांकित 200 बच्चों को पढ़ने के लिए प्रत्येक दिन किसी न किसी के निजी दरवाजे पर भटकना पड़ता है. कभी शिक्षक बच्चों को किसी के दरवाजे पर तो कभी गांव में बने धर्मशाला में पढ़ाते देखा जा रहा है. वहीं शौचालय नहीं होने के कारण बच्चों को शौच आदि के लिए घर जाना पड़ता है. बता दें कि केवटगामा पंचायत के भरडीहा स्थित प्रावि विभागीय लापरवाही का शिकार है. यहां वर्षों से विद्यालय भवन जर्जर स्थिति में था. जर्जर छत से मलबा गिर रहा था. मलवा गिरने से जीवछ पंडित के पुत्र विद्यालय में पढ़ाई के दौरान जख्मी हो गया था. इसे लेकर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कई बार प्रखंड से लेकर जिला तक से विद्यालय भवन की मांग की थी. ग्रामीणों ने विद्यालय भवन निर्माण को लेकर 2024 के लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की ठान ली थी. इस पर पदाधिकारी भरडीहा गांव पहुंचे. ग्रामीणों को मनाया. काफी मशक्कत के बाद ग्रामीण एक सप्ताह के भीतर विद्यालय भवन निर्माण कार्य शुरू होने के आश्वासन पर वोट देने के लिए तैयार हुए. इसके बाद जिला से टेंडर किया गया. एक पखवाड़ा में विद्यालय निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया. विद्यालय भवन निर्माण में अनियमितता को लेकर ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने पर इसमें सुधार भी हुआ, परंतु ठेकेदार अर्द्धनिर्मित भवन छोड़ फरार हो गया. उस दिन से ठेकेदार स्थल लर आना ही बंद कर दिये. इसक कारण बच्चों को पढ़ाई करने के लिए दरवाजे-दरवाजे भटकना पड़ रहा है. मालूम हो कि इस विद्यालय में दो सौ बच्चे नामांकित हैं. वहीं चार पदस्थापित शिक्षकों में तीन पुरुष व एक महिला शिक्षिका पदस्थापित हैं.
अब तक नहीं हुई भवन की ढलाई
लोकसभा चुनाव हुए लगभग सात माह बीत गये, परंतु अभी तक दो कमरे के भवन की ढलाई तक नहीं हो पायी है. अंत में ग्रामीणों ने बैठक कर गांव में ही बने पुराने जर्जर धर्मशाला में विद्यालय को शिफ्ट करा दिया, जहां अब पढ़ाई हो रही है. यह भवन भी जर्जर हालत में है. ग्रामीणों को इसमें भी किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है. इसे लेकर ग्रामीणों ने विभाग व पदाधिकारी के रवैये से तंग आकर चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया है. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर विद्यालय भवन की ढ़लाई नहीं की गयी तो ग्रामीण आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
त्वरित निदान के लिए की जा रही पहल
जिलाधिकारी राजीव रौशन ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. इस समस्या के त्वरित निदान के लिए पहल की जा रही है. ठेकेदार से बात कर तुरंत अर्द्धनिर्मित भवन को पूर्ण कराया जायेगा.
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