जाति गणना: मोबाइल एप पर डेटा लोड करने का काम शुरू, पटना में तीसरे दिन 35 हजार परिवारों का लिया गया डिटेल
जाति गणना के दूसरे चरण का काम 15 अप्रैल से शुरू है, जो 15 मई तक चलेगा. परिवार के सदस्यों से 17 बिंदुओं पर सवाल पूछ कर फॉर्मेट में लिखा जा रहा है. अलग-अलग सवालाें का जवाब देने पर सरकार की ओर से निर्धारित कोड भी दिये जा रहे हैं.
पटना. जाति गणना के दूसरे चरण में परिवारों का डिटेल लिये जाने के बाद उसे मोबाइल एप पर डालने का काम शुरू हो गया है. घरों में परिवार के सदस्यों का डिटेल पहले फॉर्मेट पर लिखा जा रहा है. इसके बाद उसे मोबाइल एप पर लोड किया जा रहा है, ताकि डेटा सुरक्षित रहने के साथ उसे देखा जा सके. पटना जिले में सोमवार को लगभग 35 हजार परिवारों का डिटेल लिया गया है.
15 सवालों के लिए अलग-अलग विकल्प व कोड
जाति गणना के दूसरे चरण का काम 15 अप्रैल से शुरू है, जो 15 मई तक चलेगा. परिवार के सदस्यों से 17 बिंदुओं पर सवाल पूछ कर फॉर्मेट में लिखा जा रहा है. अलग-अलग सवालाें का जवाब देने पर सरकार की ओर से निर्धारित कोड भी दिये जा रहे हैं. 17 सवालों में 15 सवालों के लिए अलग-अलग विकल्प व कोड निर्धारित है. कोड के सहारे राज्य में रहनेवाले लोगों के सामाजिक, आर्थिक स्थिति के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी.
रेंट पर रहनेवाले नहीं दे रहे डिटेल
जाति गणना के पहले चरण में मकानों की गिनती के दौरान रेंट पर रहनेवाले लोगों ने नाम दर्ज कराया था. दूसरे चरण में ऐसे लोग परिवार के सदस्यों का डिटेल देने से कतरा रहे हैं. ऐसे लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि मूल निवास स्थान पर डिटेल लिखवाया जायेगा. डिटेल में परिवार के हर सदस्यों का भूमि का विवरण, मासिक आय, रोजगार की स्थिति, मकान आदि लिखा जाना है. इस वजह से रेंट पर रहनेवाले लोग डिटेल लिखाने में बच रहे हैं.
डिटेल नहीं देने पर डेटा में होगा अंतर
सूत्र ने बताया कि परिवार के सदस्यों का डिटेल नहीं देने पर पहले चरण में हुई गिनती को लेकर अंतर होगा. पटना जिले में पहले चरण में हुई गिनती के अनुसार 13.82 लाख परिवारों के 73.52 लाख सदस्य थे. पटना जिले में 45 चार्ज में परिवार के सदस्यों का डिटेल लेने के लिए 12741 प्रगणक व 2139 पर्यक्षक लगाये गये हैं. प्रगणकों में अधिकांश शिक्षकों को लगाया गया है.