पटना. पटना जिले में तेजी से फैल रहे डेंगू व चिकनगुनिया के आंकड़ों पर सवाल खड़ा हो गया है. जिले में मिलने वाले मरीजों के आंकड़ों पर गौर करे तो सिर्फ पीएमसीएच में आने वाले सैंपल की जांच के बाद डेंगू के मरीज चिह्नित किये जा रहे हैं.
वहीं शहर के बाकी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अलावा प्राइवेट और जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पताल में कितने डेंगू के मरीज पॉजिटिव पाये गये हैं इसकी जानकारी सिविल सर्जन कार्यालय को नहीं है.
जानकारों की माने तो दो साल पहले सितंबर महीने में रोजाना 15 से 20 मरीज डेंगू के चिह्नित किये जाते थे. बताया जा रहा है कि शहर के प्राइवेट अस्पताल डेंगू और चिकनगुनिया के आंकड़ों को छुपा रहे हैं, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के पास इसके लिए मजबूत सर्विलांस सिस्टम नहीं है. जबकि पटना में करीब 70 प्रतिशत मरीज प्राइवेट अस्पताल में ही इलाज कराते हैं.
इससे समझा जा सकता है कि आंकड़ों की तुलना में डेंगू और चिकनगुनिया के केस कितने ज्यादा हो सकते हैं. नियमानुसार शहर के पीएमसीएच के साथ-साथ एनएमसीएच, आइजीआइएमएस, पटना एम्स, सभी पीएचसी के अलावा प्राइवेट अस्पतालों को रोजाना संबंधित बीमारी की रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को देनी है.
Posted by Ashish Jha