इफ्तार में शामिल होने का मकसद सिर्फ भाईचारा और आपसी सौहार्द बढ़ाना, इसका राजनीतिकरण ना हो : देव ज्योति

रमजान का महीना चल रहा है और राजद की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड में मनाए जा रहे दावत ए इफ्तार के कारण बिहार की राजनीति में बयानों का सिलसिला जारी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2023 11:36 PM

पटना: रमजान का महीना चल रहा है और राजद की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड में मनाए जा रहे दावत ए इफ्तार के कारण बिहार की राजनीति में बयानों का सिलसिला जारी है. इसी बीच विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति के तरफ से भी इफ्तार को लेकर एक बयान आया है. देव ज्योति ने रविवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि दावत ए इफ्तार या फिर किसी भी प्रकार के भोज में आमंत्रण का राजनीति में कोई स्थान नहीं है. यह एकता और भाईचारे का संदेश होता है.

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किसी भी धर्म का पर्व एकता का संदेश देता है 

दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड में मनाए जा रहे दावत ए इफ्तार में विकासशील इंसान पार्टी को भी आमंत्रित किया गया था. इसी बीच देव ज्योति ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि किसी भी धर्म का पर्व एकता और भाईचारे का संदेश देता है, और यह सारी बातें राजनीति से ऊपर होनी चाहिए.

इफ्तार पार्टी में शामिल होने का नहीं है कोई राजनीतिक कारण 

अपने बयान में देवज्योति ने यह भी कहा कि विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश साहनी का राज्य के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं से राजनीति से अलग पारिवारिक और व्यक्तिगत संबंध है. अगर वीआईपी, राजद के इफ्तार पार्टी में शामिल होती है तो जरूरी नहीं की इसका कोई राजनीतिक मतलब हो. इस तरह के आयोजनों, दावत और भोज का कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाला जाना चाहिए.

आयोजन में शामिल होने का एकमात्र उद्देश्य भाईचारे और आपसी सौहार्द को बढ़ाना

इस बारे में बात करते हुए देव ज्योति ने आगे कहा कि देश के कई अन्य परस्पर विरोधी दल भी ऐसे मौके पर राजनीति को भूल अपने निजी और पारिवारिक संबंध को निभाते हैं. इफ्तार या भोज जैसे कार्यक्रमों के आयोजन में शामिल होने का एकमात्र उद्देश्य भाईचारे और आपसी सौहार्द को बढ़ाना होता है. इसका कोई राजनीतिक कारण नहीं होता. बिहार की जनता और राजनीतिक दलों को ये समझने की जरूरत है.

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