डीडीयू रेल मंडल ने बनाया एक दिन में सबसे अधिक राजस्व और माल लदान का बनाया रिकॉर्ड
रविवार 13 दिसंबर को मंडल के डेहरी के समीप स्थित पहलेजा रैक प्वाइंट सहित विभिन्न रैक प्वाइंटों पर चार बड़ी रैक व एक छोटी रैक में 13,881 टन माल का लदान हुआ, जिससे रेलवे को एक दिन में रिकॉर्ड राजस्व के रूप में 1.6 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं.
सासाराम. कोरोना काल में बंदी के बाद खुले बाजार के कारण रविवार को एक दिन में सबसे अधिक माल लदान व राजस्व प्राप्ति का पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल ने रिकॉर्ड बना दिया है.
रविवार 13 दिसंबर को मंडल के डेहरी के समीप स्थित पहलेजा रैक प्वाइंट सहित विभिन्न रैक प्वाइंटों पर चार बड़ी रैक व एक छोटी रैक में 13,881 टन माल का लदान हुआ, जिससे रेलवे को एक दिन में रिकॉर्ड राजस्व के रूप में 1.6 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं.
इसकी जानकारी मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय ने विज्ञप्ति जारी कर दी है. उन्होंने कहा है कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू) की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट द्वारा माल लदान में वृद्धि करते हुए रेल राजस्व में बढ़ोतरी के लिए किये जा रहे निरंतर प्रयासों का यह फल है. कोरोना काल में अबतक यह सबसे सर्वाधिक माल लदान तथा उससे अर्जित राजस्व है.
उन्होंने कहा है कि गत चार दिसंबर को 24 घंटे के अंदर निकटस्थ रेल मंडलों के साथ रिकॉर्ड 342 मालगाड़ियों का आदान-प्रदान (इंटरचेंज) किया गया, जो कि मंडल द्वारा एक दिन में किया गया, अब तक का सर्वाधिक इंटरचेंज है.
साथ ही मंडल के अंतर्गत माल गाड़ियों की औसत परिचालन गति गत वर्ष के लगभग 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ कर वर्तमान में 50 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक हो गयी है. मंडल में ट्रेनों के समय पालन पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसके लिए विशेष पंक्चुअलिटी सेल की स्थापना की गयी है.
जिसके द्वारा निरंतर ट्रेनों के समय पालन की निगरानी की जा रही है. भारतीय रेल की गतिशीलता बनाये रखने में डीडीयू मंडल का महत्वपूर्ण योगदान होता है. मंडल एक दिन में 400 माल गाड़ियों के इंटरचेंज के लक्ष्य को पाने के लिए प्रयासरत है.
Posted by Ashish Jha