पटना. छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद दिल्ली से आयी राष्ट्रीय मानवताधिकार आयोग की टीम लगातार पीड़ित परिवार से मुलाकात कर रही है. आज दूसरे दिन भी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम छपरा में हैं. इधर टीम के बिहार दौरे को लेकर बिहार सरकार हमलावर है. एनएचआरसी के बिहार दौरे पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि मानवाधिकार आयोग की टीम का बिहार दौरा समझ से परे हैं.
मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जहरीली शराब पीकर यदि किसी की मौत होती है, तो यह मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं है. ऐसे में मानवाधिकार आयोग की टीम का बिहार दौरा समझ से परे हैं. उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में सैकड़ों लोग जहरीली शराब पीकर मरे हैं, जबकि वहां शराबबंदी भी नहीं है, लेकिन आज तक मानवाधिकार आयोग की टीम जांच के लिए वहां नहीं पहुंची. ऐसे में बिहार आना समझ के परे है. मंत्री ने कहा कि टीम परिजनों से बात कर रही है, वो अपनी समस्याएं बता रहे हैं. मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शराब से मौत के बाद मुआवजे का एक्ट में कोई प्रावधान नहीं है. शराब पीकर लोगों ने गलती है. शराब पीकर लोगों ने कानून का उल्लंघन किया है. यह ह्यूमन राइट वायलेशन का प्रश्न नहीं है. एनएचआरसी अपने दौरे पर आयी है, उन्हें किस बात की जांच करनी है, वो जानें. शराब से मौत मामले की जांच की जा सकती है. हमारी सरकार भी इसकी जांच कर रही है.
मंत्री सुनील कुमार ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सहित अन्य पार्टियों ने शराबबंदी कानून को सदन में पास किया, उस समय सब ठीक लग रहा था, अब यह कानून गलत नजर आ रहा है. जबतक हमलोग भाजपा के साथ थे तब तक सभी चीजे सही थी, लेकिन जब महागठबंधन में आ गये हैं तो सारी कमियां नजर आ रही है.