कोरोना से मौत की रफ्तार हुई धीमी, 24 घंटे के दौरान पटना के अस्पतालों में आठ मरीजों की गयी जान
जून का पहला पखवारा बीतने के बाद संक्रमण की रफ्तार में तेजी से कमी आने लगी है और मौत की संख्या में भी कमी आने लगी है. चौबीस घंटे में शहर के सरकारी अस्पतालों में आठ मरीजों की मौत हो गयी.
पटना. जून का पहला पखवारा बीतने के बाद संक्रमण की रफ्तार में तेजी से कमी आने लगी है और मौत की संख्या में भी कमी आने लगी है. चौबीस घंटे में शहर के सरकारी अस्पतालों में आठ मरीजों की मौत हो गयी. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में चार मरीजों की मौत कोरोना वायरस से हुई है. यहां 172 मरीज ऑक्सीजन पर भर्ती हैं, जबकि 218 ऑक्सीजन के बेड खाली हैं.
इधर, पटना एम्स में शुक्रवार को नवादा, पटना, वैशाली समेत चार लोगों की मौत कोरोना से हो गयी, जबकि पांच नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों को एडमिट किया गया है. इनमें सबसे ज्यादा पटना के पॉजिटिव मरीज हैं. एम्स में पांच लोगों ने कोरोना को मात दे दिया जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.
वहीं, पीएमसीएच में एक भी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई है, यहां सिर्फ तीन मरीजों का इलाज आइसीयू में चल रहा है. इसके साथ ही एनएमसीएच में में पांचवां मौका है, जब एक भी संक्रमित मरीज की मौत नहीं हुई.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह व एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष कोरोना संक्रमित मरीज की अस्पताल में 457 मरीजों की मौत हो चुकी है. पिछले वर्ष की बात करें तो अब तक 663 मरीजों की मौत हो चुकी है. इस अवधि में अधिक में 40 से अधिक संदिग्ध मरीज की भी मौत हो चुकी है. अस्पताल में 41 मरीजों का उपचार चल रहा है.
Posted by Ashish Jha