बिहार में करंट लगने के मामले क्यों बढ़ रहे? इससे बचाव के क्या हैं उपाय? इंजीनियर से जानिए कहां रहें सतर्क..
बिजली के खंभों व तारों से इन दिनों करंट लगने की घटनाएं अधिक बढ़ गयी हैं. आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनमें बिजली के झटके की वजह से लोगों की जान जा रही है. कई लोग अभी तक इसकी चपेट में आकर झुलस गए हैं. इससे बचाव के क्या हैं उपाय, जानिए..
बिहार में इन दिनों करंट लगने की घटना तेजी से बढ़ रही है. आए दिन बिजली की तार से निकले करंट की चपेट में आकर लोगों की मौत हो रही है. पिछले 7 दिनों के अंदर आधे दर्जन से अधिक लोग करंट लगने से जान गंवा चुके हैं वहीं करंट से झुलसकर कई लोग जख्मी हुए हैं. मानसून ने जब से वापसी की है तब से ऐसे मामले बढ़े हैं. ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है. जानिए प्रदेश में घटने वाली हाल की कुछ घटनाओं के बारे में वहीं इंजीनियर से जानें इससे सतर्क रहने के उपाय..
बेगूसराय की घटना
बेगूसराय के लोहियानगर सहायक थाना क्षेत्र के बाघी शांति शाह चौक के समीप करेंट लगने से रामस्वरूप महतो के 36 वर्षीय पुत्र सुरेश महतो की मौत हो गयी. परिजनों ने बताया कि बारिश के कारण सरकारी पीपल के पेड़ की टहनी बिजली तार को तोड़ते हुए दुकान पर गिर गयी, जिसके कारण दुकान के चदरा में करेंट आ गया और उसी में सटने से सुरेश महतो की मौत हो गयी. मृतक के परिजनों का कहना है कि शांति शाह चौक के आसपास किसी भी मोहल्ले में बिजली का पोल नहीं गाड़ा गया है. इसी कारण हादसा हुआ है.
सुपौल की दर्दनाक घटना
सुपौल के राघोपुर थाना क्षेत्र के दौलतपुर वार्ड नंबर 4 में मंगलवार की संध्या अपने घर में लगे बिजली के बोर्ड में काम कर रहे एक व्यक्ति को करेंट लग गयी. जिसके कारण उसकी मौत हो गयी. वहीं उनको बचाने गई उनके भाई की पत्नी भी बिजली करेंट की चपेट में आकर झुलस गई. घटना के बाद परिजनों द्वारा अस्पताल लाए जाने के बाद डॉक्टरों ने एक को मृत घोषित कर दिया. जबकि जख्मी महिला फिलहाल इलाजरत है. जानकारी अनुसार दौलतपुर वार्ड नंबर 4 निवासी बैद्यनाथ मंडल अपने घर में बिजली के बोर्ड में कुछ कार्य कर रहे थे. इसी दौरान वे बिजली तार के चपेट में आ गए, उन्हें करंट लगा देख उनके छोटे भाई रविन्द्र मंडल की पत्नी गीता देवी ने जब देखा कि बिजली का करंट लगा है, तो बचाव के लिए दौड़ पड़ी. लेकिन वह भी बिजली के चपेट में आ गई. परिजनों के चिल्लाने पर ग्रामीणों द्वारा बिजली काट कर दोनों को आनन-फानन में रेफरल अस्पताल राघोपुर लाया गया. जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने जांच के बाद 50 वर्षीय बैद्यनाथ मंडल को मृत घोषित कर दिया.
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बरसात में बिजली के खतरे से बचने के लिए बरतें ये सावधानी..
इन-दिनों बरसात का मौसम चल रहा है. इस दौरान बिजली के खतरे से बचने के लिए सतर्कता के साथ ही सावधानी बरतना जरूरी है़ .सावधानी नहीं बरतने पर बिजली जानलेवा साबित हो सकती है. कुछ आवश्यक बातों पर ध्यान देते हुए बिजली का सुरक्षित उपयोग कर सकते हैं. बताया जाता है कि इस मौसम में मकान के दिवारों में नमी व जलजमाव के कारण करेंट की चपेट में आने की आशंका बढ़ी हुई रहती है. बरसात के दिनों में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. बिजली विभाग के जेई भागीरथ झा ने करेंट से बचने के लिए सुझाव के साथ अलर्ट भी किया है. उन्होंने कहा कि बिजली के खंभों से दूरी बनाए रखें. कभी भी बिजली खंभे को छूने का प्रयास नहीं करें. बिजली के खंभों से अपने मवेशियों को नहीं बांधे. बिजली के तारों के नीचे किसी भी तरह के कार्यक्रम नहीं करें. नये भवनों से बिजली लाइनों की उचित दूरी बनाये रखें और खेत की मेढ़ पर यदि बिजली का खंभा हो तो उचित दूरी बनाकर ही जुताई या अन्य कृषि कार्य करें.
इन बातों का करें पालन..
इंजीनियर ऐसे मामलों में सलाह देते हैं कि बिजली खंभे में स्पार्किंग हो रही हो या उसमें करेंट आ रही हो तो इसकी जानकारी तुरंत अपने फीडर इंचार्ज, जेई या संबंधित पावर सब स्टेशन ऑफिस में दें. बारिश में खंभे पर तेज स्पार्क हो रहा हो और आस-पास जलजमाव होए तो इस रास्ते में जाने से बचे और दूसरों को भी सावधान करें. करेंट प्रवाहित तार किसी पेड़ से होकर गुजर रही हो, तो उस पर किसी भी स्थिति में चढ़ने से परहेज करें. ट्रांसफॉर्मर या तार पर बांस की मदद से टोका नहीं फंसाए. यदि बारिश की वजह से तार ढ़ीली पड़कर नीचे लटक गयी, हो तो इसकी सूचना पावर सब स्टेशन को दें.आप अपनी सुरक्षा करने के साथ-साथ आस पास के लोगों को भी जागरूक कर कर सकते हैं. इसलिए बरसात के दिनों में बिजली वाले यंत्रों से भी उचित दूर बनाकर रखें.