राजेंद्र नगर बस स्टैंड की जमीन को फ्रॉड कर अपने नाम जमाबंदी कराने के खुलासे के बाद नया मामला कुचायकोट का है. भू-माफियाओं ने कुचायकोट में ऐसा खेल किया कि लोग सकते में आ गये हैं. जिस व्यक्ति दुखी कोइरी की मौत 1940 में हो गयी, उनके द्वारा 1980 में जमीन रजिस्ट्री करने का फ्रॉड कर जमीन की जमाबंदी भी करा ली. बजाप्ता उसकी रसीद तक कटवा ली गयी. माफियाओं के इस खेल से प्रशासन के अधिकारी भी सकते में आ गये हैं. उधर, मामला सामने आया तो कुचायकोट के सीओ मनी भूषण ने तत्काल प्रभाव से जमाबंदी को रद्द करने की डीसीएलआर से अपील की है. अब डीसीएलआर मो फैजान सरवर द्वारा मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई की जा रही है. सीओ की अनुशंसा के बाद दोषी राजस्व कर्मचारी व सीआइ पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है. उधर, कुचायकोट में सक्रिय माफियाओं के निशाने पर हाइवे के किनारे की जमीन है. राजस्व कर्मचारी को मैनेज कर फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन को अपने नाम कराने में जुटे हैं.
ऐसे माफियाओं ने अपने नाम करा ली जमीन
हाइवे के किनारे मौजा-कुचायकोट के परसौनी पांडेय में खाता-26 खेसरा-12 रकबा 2 एकड़ 89 डी भूमि को 1980 में रजिस्ट्री दुखी कोइरी द्वारा किये जाने का दस्तावेज लगाकर ऑनलाइन दाखिल-खारिज संख्या-693/24-25 से अपने नाम पर तीन सितंबर को जमाबंदी करा ली गयी. राजस्व कर्मचारी मौके पर जाना तक उचित नहीं समझे. जबकि दुखी कोइरी के पोता राज कुमार ने इस संबंध में जब शिकायत की, तो सीओ की बेचैनी बढ़ गयी. इस बीच बस स्टैंड में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ, उसमें भी कुचायकोट के ही भू-माफियाओं का कारनामा सामने आया, तो सीओ द्वारा एक्शन लिया गया.
सीओ ने डीसीएलआर से किया मोटेशन रद्द करने की अनुशंसा
सीओ मनी भूषण के सामने जब फ्रॉड की जानकारी मिली तो तत्काल प्रभाव से अपने पत्रांक 2129 दिनांक 12 सितंबर को डीसीएलआर को रिपोर्ट भेज कर जमाबंदी को रद्द करने की अनुशंसा की. सीओ ने कहा कि जमाबंदी भाग पृष्ठ-20 पर दुखी कोइरी का चल रहा है. जमाबंदी राजस्व कर्मचारी एवं अंचल निरीक्षक से प्राप्त अनुशंसा को ध्यान से रखते हुए किया गया था. अनुरोध पूर्वक उक्त वाद संख्या 893/24-25 को न्यायहित में तो मोटेशन को रद्द किया जाये. इसकी सूचना अवर निबंधन कार्यालय को भेजने की कृपा की जाये, ताकि क्रेता व उनके वारिसान को परेशानी न हो.
फर्जी जमाबंदी की जांच कर होगी कार्रवाई : एडीएम
अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा ने कहा कि कुचायकोट में भी फ्रॉड कर जमीन की जमाबंदी करा लेने का मामला सामने आया है. इसकी जांच करायी जा रही है. जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जायेगी.