पटना. आशुतोष हत्याकांड के मुख्य आरोपी की मंगलवार की सुबह रामकृष्णा नगर पुलिस की कस्टडी में मौत के बाद पटना पूर्वी के सिटी एसपी संदीप कुमार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीएमसीएच के पूर्व नर्सिंग के छात्र आशुतोष राज की चार सितंबर को हुई हत्या के मामले में पुलिस हिरासत में रहे नीरज कुमार उर्फ बबुआ की रामकृष्णानगर थाना पुलिस की हिरासत में मंगलवार की अहले सुबह तीन बजे मौत हो गयी. पुलिस उसे पकड़ कर थाने में लायी थी, लेकिन अचानक ही उसकी तबीयत खराब हो गयी. जैसे ही वह थाना पहुंचा, उसके कुछ देर बाद ही खून की उल्टी करने लगा. पुलिस ने तुरंत ही परिजनों को मामले की जानकारी देकर थाने में बुलाया और फिर इलाज के लिए न्यू बाइपास स्थित एक निजी नर्सिंग होम ले जाया गया. लेकिन वहां से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गयी.
आरोपित की पत्नी ने लगाये पुलिस पर गंभीर आरोप
इधर, इस मामले में उसकी पत्नी के बयान पर केस दर्ज किया गया है. उसकी पत्नी या किसी अन्य परिजनों ने पुलिस पर मारपीट करने या अन्य किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगाया है. इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी सदर एएसपी स्वीटी सेहरावत को दी गयी है. सिटी एसपी पूर्वी संदीप सिंह ने बताया कि उसके शव का पीएमसीएच में मजिस्ट्रेट व मेडिकल बाेर्ड की निगरानी में पाेस्टमार्टम कराया गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी. पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी गयी है. उसे लिवर की बीमारी थी. नीरज के ममेरे भाई कुंदन कुमार ने बताया कि पुलिस ने उसके साथ मारपीट नहीं की है. तबीयत खराब होने के बाद पुलिस ने ही इलाज कराया. वह पहले से ही खून की उल्टी करता था.
नीरज को था क्रॉनिक लिवर डिजीज
जानकारी के अनुसार, नीरज कुमार प्रतिदिन शराब पीता था. उसे एक साल से क्रॉनिक लिवर डिजीज था. उसका इलाज खेमनीचक की विश्वकर्मा काॅलाेनी में डाॅक्टर हरीश चंद्र प्रसाद के यहां चल रहा था. उसके मेडिकल पर्चे को भी पुलिस ने देखा, जिसमें क्रॉनिक लिवर डिजीज व अल्काेहलिक अंकित है. डॉक्टर ने उसे शराब पीने से मना किया था. लेकिन वह नहीं मानता था और शराब पीता था, जिसके कारण वह घर पर भी खून की उल्टी करता था. 17 अगस्त 2023 काे भी डॉक्टर से जांच करायी थी. एसजीपीटी का स्तर काफी बढ़ा हुआ 110 था. साथ ही क्रिएटनिन भी 1.3 था. यह ऑटो चालक था. लेकिन शराब पीने की लत के कारण ऑटो चलाना छोड़ दिया था. उसके पिता रमेश कुमार प्रिंटिंग प्रेस में काम करते हैं और वे भी बीमार हैं. उसने दो शादियां की थीं. शराब पीने की आदत के कारण मसाैढ़ी की रहने वाली पहली पत्नी ने उसे छोड़ दिया था. उसने दूसरी शादी बिहारशरीफ के परवलपुर में छह साल पहले की. उससे ही दो बेटे हैं.
आशुतोष का सोरंगपुर में मिला था शव
चार सितंबर को न्यू बाइपास सोरंगपुर इलाके में बदमाशों ने चाकू और गोली मार कर आशुतोष की हत्या कर दी थी. उसका शव पांच सितंबर की अहले सुबह पुलिस ने बरामद किया था और पहचान करने के बाद हत्या का मामला रामकृष्णा नगर थाने में दर्ज कर जांच शुरू की, तो उसमें नीरज की संलिप्तता सामने आयी. इसके बाद नीरज को गिरफ्तार कर सोमवार की रात पुलिस थाने पर लायी थी. रामकृष्णा नगर पुलिस के अनुसार नीरज हत्या की घटना में शामिल था. लेकिन परिजनों का कहना है कि वह फरार नहीं था, बल्कि अपने ससुराल गया था. उसकी तबीयत ठीक नहीं रहती थी, तो वह हत्या कैसे कर सकता है?