पटना में प्लेटलेट्स की मांग हुई दोगुनी, निजी क्लीनिकों में अब 600 रुपये में होगी डेंगू की जांच
अब शहर के किसी भी निजी जांच केंद्र या क्लीनिक में मरीजों को डेंगू जांच के लिये अधिकतम 600 रुपये और सीबीसी जांच के लिये अधिकतम 400 रुपये देना होगा. वहीं निर्धारित दर से अधिक फीस लेने वाले निजी जांच केंद्रों और क्लीनिकों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई की जायेगा.
मुंगेर/पटना. मुंगेर जिले में डेंगू के बढ़ते संक्रमण के बीच शहर के निजी जांच केंद्रों और निजी क्लीनिकों द्वारा मरीजों से डेंगू जांच के नाम पर मनमानी फीस वसूलने को लेकर प्रभात खबर द्वारा 26 सितंबर को प्रमुखता से बातों को रखा गया था. इसके बाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लेते हुए मंगलवार को शहर के निजी जांच केंद्रों और चिकित्सकों के साथ बैठक कर निजी जांच केंद्रों और क्लीनिकों के लिये डेंगू व सीबीसी जांच के लिये दर का निर्धारण किया गया है. इसमें अब शहर के किसी भी निजी जांच केंद्र या क्लीनिक में मरीजों को डेंगू जांच के लिये अधिकतम 600 रुपये और सीबीसी जांच के लिये अधिकतम 400 रुपये देना होगा. वहीं निर्धारित दर से अधिक फीस लेने वाले निजी जांच केंद्रों और क्लीनिकों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई की जायेगा.
प्रभात खबर ने प्रमुखता से उठाया था मुद्दा
प्रभात खबर द्वारा अपने 26 सितंबर के अंक में डेंगू मामले को लेकर प्रकाशित खबर में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया था. इसमें बताया गया था कि शहर के निजी जांच केंद्रों और क्लीनिकों में मरीजों से डेंगू जांच के नाम पर 700 से 900 तथा सीबीसी जांच के नाम पर 600 से 700 रुपये लिये जा रहे हैं. जबकि इसे लेकर निजी जांच केंद्रों और निजी क्लीनिकों द्वारा मरीजों को रसीद भी नहीं दी जा रही है. इसके बाद खुद सिविल सर्जन द्वारा बताया गया था कि इसे लेकर निजी जांच केंद्रों और आईएमए के अधिकारियों के साथ बैठक कर निजी जांच केंद्रों में डेंगू जांच और सीबीसी जांच की दर निर्धारित किया जायेगा.
सिविल सर्जन ने तय की जांच की दर
मंगलवार को सिविल सर्जन की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में डेंगू जांच के लिए 600 रुपया तथा सीबीसी जांच के लिए 400 रुपया शुल्क निर्धारित करने का निर्णय लिया गया. सिविल सर्जन कार्यालय में मंगलवार को पैथोलाॅजी केंद्र संचालकों, आईएमए के प्रतिनिधियों तथा चिकित्सा पदाधिकारी की मौजूदगी में सिविल सर्जन डा.पीएम सहाय की अध्यक्षता में बैठक हुई. जहां शहर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर चिंता व्यक्त करते हुए शहर के निजी पैथोलाजी केंद्र संचालकों का आमजनों के लिए भूमिका पर चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा प्रकाश डाला गया. इसके बाद जनहित को ध्यान में रखते हुए सिविल सर्जन द्वारा सर्वसम्मति से डेंगू जांच के लिए 600 रुपये तथा सीबीसी जांच के लिए 400 रुपये शुल्क निर्धारित करने का निर्णय लिया. साथ ही निर्देशित किया कि अगर किसी पैथोलाजी केंद्र संचालक द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि वसूल किए जाने की शिकायत प्राप्त होती है तो वैसे जांच केंद्रों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने पर विचार किया जाएगा.
प्लेटलेट्स की मांग दोगुनी, ब्लड बैंकों से बिना डोनर नहीं मिल रहा प्लेटलेट्स
इधर, पटना में डेंगू का प्रकोप तेज होने से शहर के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में प्लेटलेट्स की मांग बढ़ गयी है. डेंगू के साथ ही बुखार के मरीज कम प्लेटलेट्स के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं. दो से तीन दिन के बुखार के बाद मरीजों की जांच में प्लेटलेट्स 50 से 60 हजार तक पहुंच जा रहा है. सरकारी व निजी अस्पतालों में 160 से ज्यादा मरीज बुखार व डेंगू के भर्ती हैं. शहर के सरकारी व निजी ब्लड बैंकों में 15 दिन पहले तक रोजाना 110 से 130 यूनिट प्लेटलेट्स की खपत थी, जो अब बढ़कर 250 तक पहुंच गयी है. बीते तीन दिनों से प्लेटलेट्स की किल्लत बढ़ गयी. अब स्थिति यह है कि बिना डोनर ब्लड बैंकों से प्लेटलेट्स नहीं मिल पा रहा है. वहीं सिंगल डोनर प्लेटलेट्स (एसडीपी) के लिए भी मरीजों की वेटिंग शुरू हो गयी है.
पटना में अब 150 के पार मिल रहे डेंगू के मरीज
पटना में रोजाना 100 से 150 के पार मरीज की मिल रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि एक मरीज को करीब तीन से चार यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाना पड़ रहा है. पटना जिले में करीब 1150 निजी नर्सिंग होम व अस्पताल संचालित हो रहे हैं. निजी अस्पतालों में बुखार व डेंगू के 160 से अधिक मरीज भर्ती हैं. इनमें अधिकांश मरीज शहर के कंकड़बाग, राजीव नगर, राजा बाजार, दीघा आशियाना, बोरिंग रोड, राजापुर पुल, राजेंद्र नगर, दानापुर, फुलवारीशरीफ, बाइपास, पटना सिटी आदि इलाकों में संचालित निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं.
आइजीआइएमएस व एम्स में प्लेटलेट्स के लिए वेटिंग बढ़ी
शहर के आइजीआइएमएस व पटना एम्स में 15 दिन पहले तक रोज 40 से 60 यूनिट प्लेटलेट्स की मांग थी, जो अब बढ़कर 110 तक पहुंच गयी है. इससे यहां मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं आइजीआइएमएस ब्लड बैंक एंड ट्रासफ्यूजन मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ शैलेश कुमार ने बताया कि एसडीपी की मांग बढ़ी है. वर्तमान में यहां करीब 16 डेंगू के मरीज भर्ती हैं. आम लोगों से अधिक से अधिक स्वैच्छिक रक्तदान करने की अपील की जा रही है. यहां लेटेस्ट मशीन के द्वारा ब्लड से प्लेटलेट्स बनाया जाता है.
पीएमसीएच में बिना डोनर नहीं मिलता ब्लड
पीएमसीएच में अब रोजाना 10-12 के बदले करीब 40 यूनिट से अधिक प्लेटलेट्स की खपत हो रही है. बिना डोनर ब्लड तक मरीजों को नहीं मिल पाता है. यहां के डेंगू वार्ड में 27 मरीज भर्ती हैं. जबकि आइसीयू में आठ गंभीर मरीजों का इलाज चल रहा है. पीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ एके झा का कहना है कि डिमांड अधिक होने की वजह से मरीजों को डोनर के साथ आने के लिए कहा जा रहा है. कमोबेश यही स्थित जय प्रभा ब्लड बैंक की भी है.
प्राइवेट ब्लड बैंकों में भी 10 से 20 यूनिट के पार पहुंची मांग
शहर के बड़े प्राइवेट ब्लड बैंक में प्रथमा ब्लड सेंटर, मां ब्लड बैंक, पारस एचएमआरआइ, रेड क्रॉस सोसाइटी आदि जगहों पर डिमांड बढ़ गयी है. इन ब्लड बैंकों में बीते पांच दिन से आठ 10 यूनिट प्लेटलेट्स की मांग हो रही है. जबकि पहले यहां पांच यूनिट प्लेटलेट्स की मांग रहती थी.
नियमित रिपोर्ट नहीं भेजने पर होगी कार्रवाई
पटना के सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने कहा कि निजी लैब व प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू की आशंका में काफी मरीज आ रहे हैं. कुछ लैब व अस्पताल प्रशासन सिविल सर्जन कार्यालय को नियमित रिपोर्ट नहीं भेज रहे हैं. नतीजतन मरीजों का सही आंकड़ा कार्यालय को नहीं मिल पा रहा है. जिसको देखते हुए जल्द ही कुछ चिह्नित अस्पतालों पर कार्रवाई भी की जायेगी.