पटना. जिले में डेंगू के रिकॉर्ड केस सामने आ रहे हैं. 15 दिनों से हर रोज औसतन 300 से अधिक नये मरीज मिल रहे हैं. शनिवार को सबसे अधिक मरीज मिले. जिले में 24 घंटे में जिले में 482 नये मरीजों की पहचान हुई. इनमें सबसे अधिक पीएमसीएच में 104, आइजीआइएमएस 52 और एनएमसीएच 88 सहित कुल 244 मरीज इन तीनों अस्पतालों में मिले हैं. इसके अलावा 238 मरीज जिले के पीएचसी, अनुमंडलीय अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में मिले हैं. इस साल की यह सबसे बड़ी संख्या है. इससे पहले इस सीजन में गुरुवार 13 अक्तूबर को 406 मरीज चिह्नित किये गये थे. इसके साथ ही पटना जिले में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 2934 पहुंच गया है.
इस बार बच्चे व किशोर काफी संख्या में डेंगू की चपेट में आ रहे हैं. पॉजिटिव मरीजों में 27 ऐसे हैं, जिनमें पांच से 14 साल तक के बच्चे व 65 से 70 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं. जानकारों की मानें, तो जिले में अब तक मिले मरीजों में से 70 प्रतिशत शहर में रहने वाले लोग हैं, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 40 मरीज ही मिले हैं. 24 घंटे के अंदर 42 नये मरीजों को संबंधित मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया है. हालांकि, सिविल सर्जन डॉ केके राय ने बताया कि भर्ती व पॉजिटिव पाये जाने वाले मरीज खतरे से बाहर हैं.
डेंगू से प्रभावित इलाके में फॉगिंग व एंटी लार्वा के हो रहे छिड़काव की माॅनीटरिंग के लिए मुख्यालय स्तर पर पदाधिकारियों की टीम गठित की गयी है. नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने हर अंचल के लिए एक पदाधिकारी को तैनात किया है. यह पदाधिकारी औचक निरीक्षण कर फागिंग की स्थिति का जायजा ले रहे हैं. टीम में शामिल पदाधिकारियों के द्वारा नगर आयुक्त को सभी वार्डों की वस्तुस्थिति से अवगत कराया जायेगा.
तीन पालियों में हो रही फागिंग में भी इन पदाधिकारियों द्वारा वार्डों का निरीक्षण किया जा रहा है. इसकी निगरानी के लिए पदाधिकारी तैनात किये गये हैं. अपर नगर आयुक्त शीला इरानी को नूतन राजधानी अंचल, मुख्य नगर अभियंता रवींद्र प्रसाद को कंकड़बाग अंचल, उप नगर आयुक्त राकेश कुमार झा को पाटलिपुत्र अंचल की जिम्मेवारी मिली है. उप नगर आयुक्त नुरुल हक शिवानी को अजीमाबाद अंचल, उप नगर आयुक्त अभिषेक आनंद को बांकीपुर अंचल व मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनूप कुमार शर्मा पटना सिटी अंचल में फॉगिंग की व्यवस्था देखेंगे.