बिहार: डेंगू के नए मरीजों की हुई पुष्टी, भागलपुर में थानाध्यक्ष सहित 15 से अधिक पुलिसकर्मी संक्रमित
Bihar News: बिहार में डेंगू के नए मरीजों की पुष्टी हुई. मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. आकड़े अब डराने लगे है. मरीज की संख्या बढ़ गई है. 24 घंटे में पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में जांच में चार नये मरीजों में बीमारी की पुष्टी हुई है.
Bihar News: बिहार में डेंगू के नए मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. भागलपुर में पुलिसकर्मी डेंगू की चपेट में आ गए. पटना में पिछले 24 घंटे में पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में जांच में चार नये मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. इनमें बांकीपुर की दो महिलाएं, गर्दनीबाग का एक युवक और दानापुर का एक बुजुर्ग शामिल हैं. इसके साथ ही जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 62 के पार पहुंच गयी है. वर्तमान में पीएमसीएच, आइजीआइएमएस व एनएमसीएच में चार मरीज भर्ती हैं. वहीं सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने बताया कि 24 घंटे में 16 टीमों ने 27 क्षेत्रों में 1205 घरों व स्थानों का सर्वे किया, जिसके दौरान तीन जगहों पर डेंगू का लार्वा मिला है. इसे नष्ट करने के बाद वहां दवा का छिड़काव किया गया.
डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी
भागलपुर जिले में डेंगू के मरीज की संख्या बढ़ गयी है. डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. मायागंज अस्पताल में शुक्रवार को जांच के दौरान पांच डेंगू के मरीज पाये गये . इनमें से मायागंज व तिलकामांझी मुहल्ला के तीन व जिले के दो हैं. पांचों को तत्काल ही अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया . मायागंज अस्पताल के हेल्थ मैनेजर ने बताया कि शहर के तिलकामांझी के 32 साल का युवक, मायागंज मुहल्ला के 28 साल का युवक, जिले के गोराडीह का 30 साल का युवक, बांका के शंभुगंज की 23 साल की युवती व बेलहर प्रखंड के बनगामा के 22 साल की युवती इमरजेंसी में किट जांच में डेंगू पॉजिटिव मिली. इसके बाद उसे तत्काल डेंगू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ कर 39 पर पहुंच गयी है.
15 से अधिक पुलिसकर्मी डेंगू से संक्रमित
भागलपुर शहर में लोग डेंगू की बीमारी से लगातार आक्रांत हो रहे हैं. अब शहर में खाकी पर डेंगू का डंक कहर बरपा रहा है. भागलपुर शहर के विभिन्न थानों में एक थानाध्यक्ष सहित 15 से अधिक पुलिसकर्मी डेंगू से आक्रांत बताये जा रहे हैं. तिलकामांझी थाने में आठ पुलिसकर्मी डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं, इनमें चार रिकवर भी हो चुके हैं, बाकियों का इलाज चल रहा है. बरारी थाने में छह पुलिसकर्मी आक्रांत बताये जा रहे हैं. सभी पुलिसकर्मी अपने-अपने आवास पर इलाजरत हैं. इशाकचक थाने में प्रतिनियुक्त एक पुलिसकर्मी डेंगू पीड़ित हो चुके है. कोतवाली थाने के भी कुछ पुलिसकर्मियों के डेंगू पीड़ित होने की सूचना है. पुलिस लाइन में भी कुछ पुलिसकर्मियों के आक्रांत होने की सूचना है. डेंगू से रिकवर हुए पुलिसकर्मियों ने बताया कि रिकवर होने के बाद भी उनकी स्थिति काम करने के लायक नहीं है. शरीर में काफी कमजोरी आ गयी है और हर वक्त लेटे रहने का मन करता है.
जलजमाव से सभी को हो रही परेशानी
तिलकामांझी थाने के आगे सड़क पर हमेशा जलजमाव की स्थिति बनी रहती है. बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों के डेंगू से आक्रांत होने के बाद यहां पर जलजमाव हटाने का प्रयास किया गया है, लेकिन सड़क पर जलजमाव है. हबीबपुर थाने के पास बड़े पैमाने पर जलजमाव है. थाना प्रवेश करते ही टॉयलेट में जलजमाव है. थाने के तीनों ओर जलजमाव की स्थिति है. मोजाहिदपुर थाना भवन के ठीक सामने करीब 10 दिनों से बोरवेल का काम चल रहा है. किये गये गड्ढे में जमजमाव है. दूसरी तरफ थाना भवन काफी पुराना है. थाने की दीवारों में चारों तरफ सीलन आसानी से देखा जा सकता है. शहर के अधिकतर थानों में जब्त वाहनों की भरमार है, जिससे थानों के परिसर को नियमित रूप से साफ और स्वच्छ बनाना संभव नहीं है.
Also Read: बिहार: भागलपुर में अफसर ने चांद पर खरीद ली जमीन, जानिए कितने में मिला प्लॉट..
विधि व्यवस्था डीएसपी ने कहा कि डेंगू के प्रकोप को देखते हुए विभिन्न थानों के आस पास जलजमाव न हो, लोगों को जागरूक व स्प्रे करवाया जा रहा है. नारियल पानी, बकरी का दूध जैसे उपाय के बारे में बताया जा रहा है. पुलिस की ओर से नगर निगम से भी समन्वय स्थापित कर डेंगू की रोकथाम के लिए उपाय किये जा रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्र सुरक्षित है.
मौसम में बदलाव के बाद मच्छरों की बढ़ी संख्या
अररिया में मौसम में बदलाव के बाद मच्छरों की संख्या में काफी इजाफा हो गया है. मच्छर दिन में भी डंक मारने लगे हैं. ऐसे में बच्चों को परेशानी हो रही. बीमारी का भी खतरा बना रहता है. इन दिनों का डेंगू का प्रकोप भी बढ़ा है. ऐसे में लोगों को बीमारी की आशंका सता रही है. लोगों ने नगर प्रशासन से शहर में फॉगिंग कराने की मांग है. साथ ही डीडीटी छिड़काव की भी मांग की है. ताकि मच्छरों की संख्या में कमी आ सके.