बिहार: पटना के 20 मोहल्ले डेंगू के लिए संवेदनशील, फिर मिले नए संक्रमित, जानें कैसे करें अपना बचाव
Bihar News: बिहार में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. राजधानी पटना में बाजार समिति समेत 20 मोहल्ले डेंगू के लिए संवेदनशील घोषित किए जा चुके है. ऐसे में डेंगू से अपना बचाव करना बहुत जरुरी है.
Bihar News: बिहार में डेंगू के नए संक्रमित लगातार सामने आ रहे है. पटना जिले में डेंगू के तीन नये मरीज मिले है. इसके साथ ही मरीजों की संख्या 58 तक पहुंच चुकी है. डेंगू का डंक फिर से बढ़ने लगा है. बीते 24 घंटे में पटना जिले में 18 साल के युवक समेत डेंगू के तीन नये मरीज मिले हैं. इनमें दो मरीज बांकीपुर इलाके के हैं, जबकि एक मरीज पीएमसीएच में आया है. इसके साथ ही जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 58 हो गयी है. वर्तमान में डेंगू के चार मरीज अस्पताम में भर्ती हैं.. जिनमें एक-एक एनएमसीएच व पीएमसीएच और दो मरीज शहर के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हैं. सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने इस मामले में जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि ग्रामीण इलाके में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अनुमंडलीय अस्पतालों में भी डेंगू जांच किट मुहैया करा दी गयी है. ऐसे में डेंगू की शुरुआती जांच संबंधित अस्पतालों में ही हो जायेगी.
विशेष अभियान चलाकर फॉगिंग का आदेश..
पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने डेंगू के रोकथाम के लिए सिविल सर्जन और सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को सभी तरह के निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, रेफरल अस्पतालों तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रैपिड रिस्पॉन्स टीम को सक्रिय रखा जाये. नगर निकायों को विशेष अभियान चलाकर फॉगिंग की जाये. आशा/ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा डेंगू प्रवण क्षेत्र में सघन अभियान चला जाये. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डेंगू की नि:शुल्क जांच की व्यवस्था है. सभी स्कूलों व काॅलेजों में हेल्थ एडवाइजरी का पालन सुनिश्चित किया जाये.नालों में पर्याप्त मात्रा में एंटी लार्वा रसायन (टेमीफॉस) का नियमित छिड़काव किया जाये. डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन के पास में पर्याप्त मात्रा में केमिकल व फॉगिंग संसाधन उपलब्ध है. आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त फॉगिंग मशीनों की खरीद होगी. 28 फाइलेरिया कर्मी की प्रतिनियुक्ति नगर निगम के विभिन्न अंचलों में की गयी है.
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सहायता के लिए फोन नंबर जारी..
डीएम के निर्देश पर सिविल सर्जन ने डेंगू नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है. इसमें तीन पालियों में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. फोन संख्या 0612-2951964 या वाट्सएप नंबर 7739851777 पर लोग सहायता के लिए संपर्क कर सकते हैं. हॉस्पिटलाइजेशन, बेड की उपलब्धता, ब्लड व प्लेटलेट्स की उपलब्धता आदि से संबंधित जानकारी ली जा सकती है.
अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए बेड सुरक्षित
जिलाधिकारी ने कहा कि पीएमसीएच व एनएमसीएच में 20-20, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल पटना सिटी में 10 बेड डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व रखे गये हैं. सभी अनुमंडल अस्पतालों में पांच-पांच और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दो-दो बेड सुरक्षित रखा गया है.
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कई इलाकों में मिले डेंगू से पीड़ित लोग
अधूरा निर्माण, गंदगी और जलजमाव डेंगू का सबसे बड़ा कारण बन गया है. बाजार समिति में 40 लोग डेंगू के शिकार हो चुके है. पाटलिपुत्रा अंचल से डेंगू के तीन संक्रमित मिले है. कंकरबाग का योगीपुर, चित्रगुप्त नगर, बांकीपुर का लोहानीपुर, राजेंद्रनगर, आरपीएस मोड़, फुलवारी नगर परिषद्, दानापुर स्टैंड रोड, दीघा आशियाना नगर, पटना सिटि के लोहरवाघाट, दीघा, आशियाना नगर, दीघा, एक्जीबीशन रोड, बांसकोठी, जक्कनपुर आदि इलाके में डेंगू से पीड़ित लोग मिलने लगे है.
अचानक से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. जांच में खाली पड़े प्लाट और छतों पर जमे पानी में डेंगू के लार्वा पाए गए थे. डेंगू से अपना बचाव करने के लिए आसपास के इलाकों में पानी ना जमा होने दें. अगर कहीं पानी जमा है को उसमें केरोसिन डाल दें. मच्छरदानी का प्रयोग करें. नगर निगम को सूचना देकर लार्वासाइड का छिड़काव करें. बता दें कि वर्षा के दिनों में डेंगू का संक्रमण बढ़ जाता है. जगह-जगह पानी भरने की वजह से डेंगू के मच्छर पैदा होने लगते है. ऐसे में इनसे छुटकारा पाना बहुत जरुरी है. पानी की टंकियों को खुला नहीं छोड़ना चाहिए. बीमारी के लक्षण की बात करें तो इसमें बुखार होता है. इस बीमारी को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है. इसमें शख्स की तबीयत बीगड़ने लगती है. बारिश के मौसम में बुखार, सिर में तेज दर्द जैसी समस्यों को अनदेखा नहीं करना चाहिए. तुरंत ही चिकित्सक के पास पहुंचना चाहिए. डेंगू से पीड़ित होने पर बिना डॉक्टर की सलाह लिए दवा नहीं लें.