Tejashwi Yadav ने गुरुवार की रात पटना के NMCH का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने कई अनियमितता को देखा. इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री काफी नाराज दिखे थे. वो वहां डेंगू से पीड़ित मरीजों के लिए की गयी व्यवस्था को देखने गए थे. इसके बाद, शुक्रवार को उन्होंने कार्रवाई करते हुए NMCH के सुपरिटेंडेंट डॉ विनोद कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों के साथ डॉक्टर, नर्स व कर्मियों को बेहतर व्यवहार करने का निर्देश दिया था.
तेजस्वी यादव जिस वक्त निरीक्षण के लिए गए उस वक्त अस्पताल की गेट पर ही पानी जमा था. इसके साथ ही, वार्ड में नल टूटे थे और सीवर का पाइप भी खराब था. इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि समय-समय पर अस्पताल की समस्याओं को देखते रहें और उसे दूर करें. इस दौरान परिजनों ने कहा कि दवाओं की कमी है. बाजार से दवाएं खरीदनी पड़ती हैं. इस पर उन्होंने कहा कि दवाओं की कमी को दूर किया जाएगा.
डेंगू के सबसे अधिक अजीमाबाद अंचल का है. इस अंचल में पड़ने वाले अजीमाबाद, बजरंगपुरी, संदलपुर, बिस्कोमान कॉलोनी आदि पॉश इलाके की श्रेणी में आते हैं. यहां कई बहुमंजिली इमारतें और अपार्टमेंट बने हुए हैं. अधिकांश मरीज इन्हीं इमारतों में रहते हैं. जबकि बजरंगपुरी के समीप स्थित स्लम एरिया से एक भी मरीज नहीं थे. अजीमाबाद में कई मकान हाल के दिनों में बने हैं और कई जगहों पर निर्माण सामग्रियां छत से लेकर सड़कों पर पड़ी है. जिसमें पानी का जमा होना आसान है. इसी प्रकार, दूसरे नंबर पर बांकीपुर अंचल हैं. जिसका इलाका राजेंद्र नगर, कदमकुआं, अशोक राजपथ भी पॉश माना जाता है. जबकि तीसरे नंबर पर कंकड़बाग अंचल है. इसका क्षेत्र कंकड़बाग से लेकर ट्रांसपोर्ट नगर तक पड़ता है. ये इलाके भी पॉश माने जाते हैं.
अजीमाबाद, बांकीपुर व कंकड़बाग अंचल के अधिकांश घरों में कूलर व एसी हैं. जबकि इन तीनों अंचलों के स्लम एरिया पर डेंगू का कोई असर नहीं है, क्योंकि मरीज सामने नहीं आये हैं. खास बात यह है कि अजीमाबाद व बांकीपुर अंचल में प्रतिदिन करीब 50 डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं. पाटलिपुत्र अंचल इलाके में डेंगू के मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. अजीमाबाद अंचल से करीब 800 से अधिक मरीज और बांकीपुर अंचल से करीब 600 से अधिक डेंगू मरीज सामने आ चुके हैं.