बिहार में डेंगू संक्रमितों की संख्या 2000 के पार, अस्पतालों में अन्य बीमारियों के मरीज भी बढ़े

बिहार में में शनिवार को 240 नये डेंगू के मरीज पाये गये हैं. नये मरीजों के पाये जाने के बाद इस वर्ष राज्य में डेंगू मरीजो की संख्या बढ़कर 2035 हो गयी है. वहीं पटना जिले में लोग डेंगू जैसी मच्छरजनित बीमारियों के साथ-साथ मौसमी रोगों की भी चपेट में आ रहे हैं.

By Anand Shekhar | September 16, 2023 9:41 PM
an image

बिहार में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. राज्य में शनिवार को 240 नये डेंगू के मरीज पाये गये हैं. डेंगू से पीड़ित 204 मरीजों को शनिवार को राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में भर्ती कराया गया. नये मरीजों के पाये जाने के बाद इस वर्ष राज्य में डेंगू मरीजो की संख्या बढ़कर 2035 हो गयी है. इसमें सितंबर में 1780 मरीज मिले हैं. जिन जिलों में डेंगू के नये मरीज पाये गये हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना में 63, भागलपुर में 24, बेगूसराय में 21, मुंगेर में 13 और औरंगाबाद में नौ शामिल हैं.

इन अस्पतालों में भर्ती हैं मरीज

शनिवार को डेंगू की चपेट में आने से एम्स, पटना में 24, आइजीआइएमएस में छह, पीएमसीएच में तीन, एनएमसीएच में नौ, एसकेएमसीएच,मुजफ्फरपुर में 12, डीएमसीएच, दरभंगा में तीन, जेएलएनएमसीएच, भागलपुर में 99, एएनएमसीएच,गया में 14, जीएमसी, बेतिया में 14, जीएमसी, पूर्णिया में 10, जेएनकेटीएमसीएच, मधेपुरा में तीन और विम्स, पावापुरी में 18 मरीज भर्ती हैं. सभी का इलाज चल रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य में डेंगू को लेकर सघन जांच करायी जा रही है. साथ ही इसके नियंत्रण को लेकर फाॅगिंग भी हो रही है. लेकिन, डेंगू थमने का नाम नहीं ले रही.

अस्पतालों में डेंगू समेत कई बीमारियों के मरीज बढ़े

वहीं पटना जिले में लोग डेंगू जैसी मच्छरजनित बीमारियों के साथ-साथ मौसमी रोगों की भी चपेट में आ रहे हैं. खांसी, जुकाम, वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से पीड़ित सैकड़ों मरीज रोज अस्पताल पहुंच रहे हैं. विशेष रूप से डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. हालत यह है कि आइजीआइएमएस, न्यू गार्डिनर रोड, पीएमसीएच के मेडिसिन विभाग, पर्ची काउंटर से लेकर ओपीडी, जांच व दवा काउंटर तक मरीजों की लंबी कतारें दिखाई दे रही हैं. मौसमी बीमारियों की वजह से ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या में 25 प्रतिशत का इजाफा हो गया है. आलम यह है कि एक बेड पर दो-दो मरीज भर्ती हैं. बदलते मौसम के कारण जिला अस्पताल और प्राइवेट क्लीनिकों में आने वाले मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

आइजीआइएमएस में 3400 तो पीएमसीएच में 2300 के पार मरीज

सबसे अधिक शहर के आइजीआइएमएस के ओपीडी में मरीज पहुंच रहे हैं. यहां एक दिन में 3427 मरीज ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे. इनमें सबसे अधिक मेडिसिन विभाग में 478 मरीज आये. जिनमें 50 प्रतिशत मरीज मौसमी बीमारियों की चपेट में थे. इसी तरह पीएमसीएच में भी 2367 मरीज इलाज कराने पहुंचे. इनमें मेडिसिन में 324, चर्म रोग में 238 और नेत्र रोग विभाग में 158 मरीज इलाज कराने पहुंचे. इनमें आइ फ्लू के 36 मरीज थे. इसी तरह न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में भी 672 मरीज पहुंचे थे, इनमें 40 प्रतिशत मरीज मौसमी बीमारियों के शामिल थे. इन मरीजों में बुखार, उलटी, दस्त, डायरिया, पीलिया, आइ फ्लू आदि रोगों के सबसे अधिक मरीज शामिल थे. जबकि एक सप्ताह पहले आइजीआइएमएस में तीन हजार तो पीएमसीएच में 1650 से 1800 के बीच मरीज आते थे. इसी तरह मौसम में परिवर्तन का असर अस्थमा रोगियों पर भी पड़ा है. ओपीडी में मरीज सांस फूलने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं.

शरीर पर चकत्ते और प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण दिखे

मरीजों में बुखार ठीक होने के बाद रक्तचाप कम होने, शरीर पर चकत्ते बनने और प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण देखे गये हैं. डेंगू के साथ मलेरिया और टाइफाइड के भी मरीज मिल रहे हैं. पीएमसीएच और आइजीआइएमएस के डेंगू वार्ड में 36 मरीज अभी भर्ती हैं.

Also Read: बिहार में आठ साल बाद मिला डेंगू का नया स्ट्रेन-4, जानें इसके लक्षण, जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर

सावधानी बरतें, बाहर का खाना न खाएं

सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण बुखार, उलटी, दस्त, पेट दर्द के मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इनमें डेंगू के मरीज अधिक मिल रहे हैं. इस कारण अधिकांश अस्पतालों में ओपीडी की संख्या में 25 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिल रहा है. अभी के मौसम में लोगों को सावधानीपूर्वक रहना चाहिए. अभी बाहर का भोजन बिल्कुल न करें. साथ ही पानी भी उबाल कर पीएं.

Exit mobile version