पटना में मिले डेंगू के 105 नये मरीज, 16 हुए अस्पताल में भर्ती, कई मरीजों का प्लेटलेट्स 20 हजार के नीचे
आइजीआइएमएस के डिप्टी डायरेक्टर डॉ मनीष मंडल ने बताया कि बिना जरूरत अस्पताल में भर्ती करने की जिद न करें. घर पर डॉक्टरों की देखरेख में रहना ज्यादा फायदेमंद है.
डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है. 24 घंटे में जिले में डेंगू के 105 नये मरीज मिले हैं. पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच के अलावा जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पताल और कुछ निजी अस्पतालों में 978 संदिग्ध लोगों की जांच हुई, जिनमें 105 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई. इनमें 4 बच्चे, 12 किशोर व बाकी युवक व बुजुर्ग हैं. वहीं, 24 घंटे में कुल 16 नये मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किये गये हैं, जबकि 12 को डिस्चार्ज किये गये हैं.
25 प्रतिशत मरीजों को कराना पड़ रहा अस्पतालों में भर्ती
डेंगू के 20 से 25 प्रतिशत मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है. इस सीजन में अब तक करीब 6400 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. मौजूदा समय में करीब 1200 मरीज एक्टिव हैं. इनमें 280 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं. इनमें पीएमसीएच में 23, आइजीआइएमएस में 16, एनएमसीएच में 21 मरीज भर्ती हैं. इसके अलावा प्राइवेट अस्पताल व जिले के अनुमंडलीय अस्तपालों में मरीज भर्ती हैं. इनमें 38 से अधिक मरीजों को आइसीयू में भर्ती किया गया है.
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किसी को 20 तो किसी का प्लेटलेट्स 50 हजार के नीचे
डॉक्टरों के मुताबिक 70 प्रतिशत मरीज सिर्फ घबराहट में भर्ती हो गये हैं. इनका प्लेटलेट्स 50 हजार या इससे अधिक है. हालांकि, कुछ ऐसे भी भर्ती मरीज हैं, जिनका प्लेटलेट्स 20 हजार के नीचे है. पांच से सात प्रतिशत ऐसे मरीज हैं, जिनका प्लेटलेट्स 10 हजार या इससे कम है. कुछ मरीजों ने उल्टी, शरीर में चक्कते पड़ने या फिर ब्लडिंग जैसी शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती हुए हैं.
वहीं, आइजीआइएमएस के डिप्टी डायरेक्टर डॉ मनीष मंडल ने बताया कि बिना जरूरत अस्पताल में भर्ती करने की जिद न करें. घर पर डॉक्टरों की देखरेख में रहना ज्यादा फायदेमंद है. अस्पतालों में 24 घंटे इमरजेंसी है. पांच दिन में बुखार गिर रहा है. इसके बाद 10 दिन आराम करने की जरूरत है.