पटना में डेंगू का प्रकोप जारी है. बीते एक सप्ताह से हर रोज औसतन 400 से अधिक नये मरीज मिल रहे हैं. शुक्रवार को जिले में डेंगू के 502 नये मरीज मिले. इनमें सबसे अधिक पीएमसीएच में 109, आइजीआइएमएस में 64 और एनएमसीएच में 68 मरीज मिले. इसके अलावा 261 मरीज जिले के पीएचसी, अनुमंडलीय अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में मिले हैं. इसके साथ ही पटना जिले में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 4390 पर पहुंच गया है. पॉजिटिव मरीजों में 38 ऐसे हैं, जिनकी उम्र पांच से 14 साल के बीच की है. इसके अलावा 65 से 70 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं. वहीं, कुल पॉजिटिव में 70 प्रतिशत शहर में रहनेवाले हैं.
पिछले 24 घंटे के अंदर 47 नये मरीजों को संबंधित मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया है, जबकि 27 मरीज प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों के डेंगू वार्ड से डिस्चार्जकिये गये हैं. सिविल सर्जन डॉ केके राय ने बताया कि भर्ती व पॉजिटिव पाये जाने वाले मरीज खतरे से बाहर हैं. सभी का इलाज चल रहा है.
बिहार में डेंगू की स्थिति का अध्ययन करने आयी केंद्रीय टीम को राजधानी के हॉट एरिया के निरीक्षण के दौरान पीएमसीएच कैंपस की इमरजेंसी के पास से ही डेंगू फैलानेवाले एडिज मच्छर और उसका लार्वा दिखाया गया. एडिज मच्छर को इमरजेंसी के पास से ही झाड़ियों के बीच जलजमाव से उस समय निकाला गया, जब टीम इमरजेंसी का भ्रमण कर रही थी. नालंदा से लौटने के बाद केंद्रीय टीम ने शुक्रवार को सबसे पहले पीएमसीएच का भ्रमण किया. वहां पर टीम ने डेंगू पुरुष व महिला वार्ड का निरीक्षण किया. ब्लड बैंक को देखा. साथ ही माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच की सुविधा का निरीक्षण किया.
केंद्रीय टीम ने वहां से बाजार समिति जाकर डेंगू के चार मरीजों से मुलाकात की व उनकी स्थिति का जायजा लिया. बाद में टीम एनएमसीएच पहुंची, जहां पर उसने डेंगू वार्ड और माइक्रोबायोलॉजी विभाग के जांच की सुविधा को देखा. टीम ने एनएमसीएच के पास अजीमाबाद कॉलोनी, बजरंग कॉलोनी और बिस्कोमान कॉलोनी में भी जाकर डेंगू की स्थिति की जानकारी ली. शाम में टीम की बैठक पटना के सिविल सर्जन के साथ हुई.