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पटना में 24 घंटे के अंदर मिले डेंगू के 13 मरीज, कई मुहल्ले बने हॉट स्पॉट, कोविड के तर्ज पर चलेगा अभियान

पटना में 24 घंटे के अंदर मिले डेंगू के 13 मरीज मिले है. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में के शुक्रवार को डेंगू के 11 संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच की गयी, जिनमें तीन पॉजिटिव पाये गये.

By Prabhat Khabar News Desk | September 3, 2022 9:48 AM

पटना. डेंगू का डंक लगातार बढ़ता जा रहा है. जिले में शुक्रवार को डेंगू के 13 नये मरीज मिले. कुल 82 संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच की गयी, जिनमें 13 में डेंगू की पुष्टि हुई. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार जिले में इस सीजन में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 78 से बढ़कर 91 को गयी है. वहीं, वर्तमान में पीएमसीएच, एनएमसीएच व आइजीआइएमएस मिलाकर कुल सात मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है.

इन मुहल्लों से मिल रहे रोजाना मरीज

मालूम हो कि बुधवार को इस सीजन में जिले में सबसे अधिक 14 डेंगू मरीज मिले थे. जानकारी के अनुसार रामकृष्णा नगर, अशोक नगर, बिस्कोमान कालोनी, कुम्हरार, पटना सिटी, कंकड़बाग, चित्रगुप्तनगर, बहादुरपुर, बाजार समिति, सैदपुर, मालसलामी, महेंद्रू, रामनगरी, रूपसपुर, आरपीएमस मोड़, गोला रोड, दानापुर, शास्त्रीनगर, पटेल नगर, पुनाईचक, दानापुर, पाटलिपुत्र आदि मोहल्लों में डेंगू का प्रकोप है. इन मोहल्लों से डेंगू के पीड़ित मिलने लगे हैं.

एनएमसीएच में डेंगू के तीन मरीज मिले

नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में के शुक्रवार को डेंगू के 11 संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच की गयी, जिनमें तीन पॉजिटिव पाये गये. अस्पताल अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पटना सिटी के लाल इमली व अगमकुआं और सारण के भर्ती मरीज का इलाज चल रहा है.

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कोविड के तर्ज पर चलेगा टेस्ट, ट्रेस व ट्रीटमेंट अभियान

डेंगू, मलेरिया समेत अन्य बीमारियों के नियंत्रण के लिए कोरोना के तर्ज पर टेस्ट, ट्रेस और ट्रीटमेंट अभियान चलेगा. इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं. बरसात में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस, लेप्टोस्पायरा सहित अन्य जलजनित और संक्रामक बीमारियां फैलती हैं. इनके अचानक फैलने से उन्हें नियंत्रित करने में समस्या आती है, जिसको देखते हुए कोविड मॉडल को अपनाया जा रहा है.

बुखार के मरीजों की जांच अनिवार्य

जिले के सभी अनुमंडलीय अस्पतालों को सक्रिय कर दिया गया है. यहां बुखार के मरीजों की जांच अनिवार्य कर दी गयी है. जांच में डेंगू अथवा अन्य बीमारी की पुष्टि होती है, तो संबंधित इलाके में अभियान चलाया जायेगा. टेस्ट, ट्रेस और ट्रीटमेंट मॉडल के जरिये पॉजिटिव मिले मरीज के घर के आसपास 50 परिवार की स्क्रीनिंग की जायेगी. इसके अलावा अन्य परिवारों में बीमारी रोकने की जानकारी दी जायेगी.

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