बारिश और बदलते मौसम के कारण बढ़े पटना में डेंगू के मरीज, जानें PMCH के अधीक्षक ने क्या दी सलाह
लोग तेज बुखार, बदन दर्द, प्लेटलेट्स कम होने जैसे लक्षण लेकर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से डेंगू से निबटने के लिए पर्याप्त इंतजाम का दावा किया जा रहा है. इसी क्रम में पीएमसीएच में डेंगू के 22 मरीज भर्ती हैं. इसके अलावा पांच अन्य संदिग्ध मरीज भी भर्ती हैं.
पटना. राजधानी में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. लोग तेज बुखार, बदन दर्द, प्लेटलेट्स कम होने जैसे लक्षण लेकर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से डेंगू से निबटने के लिए पर्याप्त इंतजाम का दावा किया जा रहा है. इसी क्रम में पीएमसीएच में डेंगू के 22 मरीज भर्ती हैं. इसके अलावा पांच अन्य संदिग्ध मरीज भी भर्ती हैं.
संदिग्ध दिखने पर जांच की सलाह
भर्ती मरीजों का इलाज जारी है. ये प्लेटलेट्स कम होने पर अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे थे. इनमें कुछ दूसरे अस्पतालों से रेफर होकर भी आएं हैं. इन मरीजों में तेज बुखार, बदन दर्द सहित कई दूसरे लक्षण हैं. वहीं, अस्पताल की ओपीडी में भी मरीज तेज बुखार के लक्षण लेकर पहुंच रहे हैं. संदिग्ध दिखने पर जांच की सलाह दी जा रही है. अस्पताल प्रशासन का दावा है कि यहां पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं. अगर जरूरत पड़ी, तो कोविड के खाली बेड भी इस्तेमाल किये जायेंगे.
लक्षण दिखे, तो जाएं अस्पताल
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि डेंगू के मरीज बढ़ने का कारण बारिश और बदलता मौसम है. अगर अस्पताल में मरीज बढ़ते हैं, तो यहां प्लेटलेट्स की कोई कमी नहीं है. अगर किसी मरीज को डेंगू के लक्षण हैं, तो वह तुरंत पीएमसीएच या नजदीकी अस्पताल के डॉक्टर से संपर्क करें. एक लाख से कम प्लेटलेट्स काउंट होने की स्थिति में चिंता की जरूरत होती है. वहीं पीएमसीएच में भर्ती अधिकतर मरीज ठीक होकर घर जा रहे हैं.
सभी वार्डों में दो पालियों में की जा रही है फॉगिंग
इधर, शहर में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामलों के बीच नगर निगम ने विशेष फॉगिंग अभियान शुरू किया है. निगम का दावा है कि सभी वार्डों में रोज तीन बार हैंड मशीनों से फॉगिंग हो रही है. जिन इलाकों में डेंगू के अधिक केस मिल रहे हैं, उन इलाकों में विशेष फॉगिंग का निर्देश नगर आयुक्त ने दिया है.
डेंगू के केस बढ़ने पर फॉगिंग करवायी जाये
रोज दो पालियों में गाड़ियां निकल रही हैं. साथ ही अंचल में एक विशेष वाहन को चिह्नित कर रखा गया है, िजससे शिकायतें मिलने या डेंगू के केस बढ़ने पर फॉगिंग करवायी जाये. नगर निगम की स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ जेबा द्वारा केमिकल व डीजल की मात्रा की जांच सेंटर पर की जा रही हैं.