राजधानी में डेंगू लगातार पांव पसार रहा है. सोमवार को सिर्फ एनएमसीएच में 10 मरीज शाम के चार बजे तक भर्ती हुए हैं. जबकि रविवार को पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस समेत आधा दर्जन निजी लैब में हुई जांच में 38 नये मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी. इनमें सबसे अधिक पीएमसीएच में डेंगू के 11 मरीज मिले थे. इनमें आठ ऐसे मरीज ऐसे हैं, जिन्हें काफी तेज बुखार है. 24 घंटे में संबंधित अस्पतालों में छह मरीज भर्ती किये गये हैं, जिनकी उम्र 16 साल से लेकर 67 वर्ष के बीच की है. इसके साथ ही जिले में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 298 पहुंच गया है. वहीं, अब तक कुल 18 मरीज भर्ती हैं. वहीं सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार के अनुसार जिले में अभी डेंगू से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. सभी अस्पतालों में नगर निगम के सहयोग से फॉगिंग करायी जा रही है.
गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि इन दिनों हमारे यहां सबसे ज्यादा बुखार के मरीज आ रहे हैं, जो टाइफाइड, मलेरिया और डेंगू से ग्रसित हैं. उन्होंने कहा कि इसके लक्षण दिखायी देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि इलाज सही समय से मिल जाये, तो मरीज तुरंत ठीक हो जाते हैं. अगर शरीर मे खुजली हो रही है, दाने निकल रहे हों, मसूड़ों से ब्लड आ रहा हो या फिर काले रंग का दस्त हो रहा हो, तो तत्काल डेंगू की जांच कराएं. पुष्टि होने पर पैरासीटामॉल दवा के साथ लिक्विड चीजों का सेवन ज्यादा करें.
डेंगू के बढ़ते मामले व प्लेटलेट्स की मांग को देखते हुए अब आइजीआइएमएस अस्पताल में दो शिफ्ट में मरीजों को प्लेटलेट्स उपलब्ध हो सकेगा. इसके लिए ब्लड सेंटर के कर्मियों को निर्देश जारी कर दिया गया है. ब्लड सेंटर के इंचार्ज डॉ शैलेश कुमार ने कहा कि डेंगू के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, इसको देखते हुए दो शिफ्ट में प्लेटलेट्स देने की सुविधा शुरू कर दी गयी है. डॉ शैलेश ने कहा कि सुबह आठ से दोपहर 2 बजे तक पहला शिफ्ट और दोपहर 2 बजे से रात आठ बजे तक दूसरा शिफ्ट चलेगा.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारे यहां प्लेटलेट्स की कोई कमी नहीं है. अभी ब्लड सेंटर में 54 यूनिट प्लेटलेट्स हैं. डॉ शैलेश ने कहा कि ब्लड सेंटर में आधुनिक व उच्च क्वालिटी की फोरेंसिक मशीन लगायी गयी है. इस विधि से डेंगू, कैंसर व हार्ट सर्जरी के मरीजों के साथ गायनिक के ऑपरेशन के समय महिलाओं को भी तुरंत प्लेटलेट्स चढ़ाने की सुविधा दी जाती है. नयी मशीन की खास बात यह है कि मशीन से डोनर का रक्त लेने पर दूसरी तरफ से वापस डोनर के शरीर में चढ़ाया जा सकता है और प्लेटलेट्स रक्त से अलग हो जाती है.
एनएमसीएच के डेंगू वार्ड में सात मरीजों भर्ती हैं. अधीक्षक डॉ राजीव रंजन और उपाधीक्षक डॉ सरोज कुमार ने बताया कि मेडिसिन विभाग में 20 और शिशु रोग विभाग में 10 बेड आरक्षित किये गये हैं माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार ने बताया कि डेंगू की जांच के लिए हर दिन दो दर्जन से अधिक सैंपल आ रहे हैं. सोमवार को डेंगू से पीड़ित 10 मरीज आए हैं. इनको भर्ती कर लिया गया है.