गोपालगंज में डराने लगा डेंगू, 24 घंटे में मिले नौ पॉजिटिव मरीज, 27 लोगों में लक्षण
पिछले 24 घंटे में 27 नये मरीज मिले हैं, जिनमें डेंगू के जैसे लक्षण हैं. हालांकि इनमें नौ की ही रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है. वहीं सदर अस्पताल के आंकड़े पर गौर करें, तो 204 मरीजों की जांच में 19 मरीज डेंगू के पॉजीटिव मिले हैं. वहीं निजी क्लीनिक में इलाज कराने आने वालों में भी 20 मरीज पाये गये हैं.
गोपालगंज. जिले में अब डेंगू डराने लगा है. जिले में डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ा है. ज्यादातर घरों में बुखार पीड़ित हैं. डेंगू जैसे लक्षण मिल रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 27 नये मरीज मिले हैं, जिनमें डेंगू के जैसे लक्षण हैं. हालांकि इनमें नौ की ही रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है. वहीं सदर अस्पताल के आंकड़े पर गौर करें, तो 204 मरीजों की जांच में 19 मरीज डेंगू के पॉजीटिव मिले हैं. वहीं निजी क्लीनिक में इलाज कराने आने वालों में भी 20 मरीज पाये गये हैं. स्थिति खतरनाक देखते हुए तीन लोगों को गोरखपुर इलाज के लिए भेजा गया है.
प्रतिदिन चार सौ से अधिक आ रहे है बुखार ग्रस्त मरीज
अकेले सदर अस्पताल में प्रतिदिन चार सौ से अधिक मरीज बुखार के आ रहे है. जिनमें पांच से सात मरीजों में डेंगू का लक्षण मिल रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू के लक्षण वाले मरीजों के मिलने की संख्या बढ़ता जा रहा. लेकिन आश्चर्य इस बात का भी है कि अधिकतर लोगों की जांच में डेंगू निगेटिव मिल रहा है. इस कारण डॉक्टर भी पसोपेश में आ रहे हैं. ऐसे में बुखार होने पर बगैर डॉक्टर की सलाह का दवा खाने से मना किया जा रहा है.
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मनमानी पर उतर आये पैथोलॉजी संचालक
डॉक्टरों की सलाह पर पैथाेलॉजी जांच कराने जाने वाले बुखार पीड़ित की जेब काटी जा रही है. डेंगू के एनएस1, एलाइजा जांच के नाम पर कहीं एक हजार तो कहीं 14 सौ रुपये वसूले जा रहे हैं. स्वास्थ्य महकमे की तरफ से भी कोई रोक-टोक नहीं है. पैथोलॉजी संचालकों की मनमानी जारी है.
कोरोना जैसी स्थिति
शहर में कुछ ऐसे लैब हैं, जिन्होंने जांच का पैकेज 1000 से कम रखा है. स्थिति बिल्कुल कोविड जांच की तरह है. कोरोना काल में एंटीजन, आरटीपीसीआर जांच को लेकर भी इसी तरह लैब वाले अलग-अलग दाम वसूल रहे थे. अब डेंगू जांच में भी यही हो रहा है.
जदयू अधिवक्ता सेल ने फॉगिंग नहीं कराने का लगाया आरोप
जदयू अधिवक्ता सेल के प्रदेश महासचिव मोहनिश कुमार शाही ने डीएम से शिकायत की है कि शहर में फॉगिंग के नाम पर कोरम पूरा किया जा रहा. कागजों में फॉगिंग कर राशि का बंदरबांट की जा रही है. शहर में गली-गली में विशेष रूप से फॉगिंग अपने नियंत्रण में करवाएं ताकि किसी की डेंगू चिकनगुनिया से जान नहीं जाये.
थावे में मिले डेंगू के दो मरीज
स्थानीय प्रखंड में डेंगू के दो मरीज मिले है. नारायणपुर में एक और गवंदरी में एक कुल दो डेंगू की मरीज मिले हैं. चिकित्सा प्रभारी डॉ अविनाश कुमार ने बताया की दो डेंगू के मरीज मिले हैं, जो बाहर से आए हुए हैं. थावे में मरीजों की जांच के लिए क्षेत्र में 102 आशा को लगाया गया है, जो हर घर जाकर डोर टू डोर बुखार से पीड़ित लोगों की जांच कर रिपोर्ट तैयार कर रही हैं. इलाज के लिए जागरूक भी कर रही हैं. वहीं स्वास्थ्य प्रबंधक खुशबू कुमारी ने बताया की एएनम एवं स्वास्थ्य कर्मी क्षेत्र में भ्रमण कर बुखार पीड़ित लोगों को बचाव, इंतजाम एवं इलाज के बारे में जागरूक कर रहे हैं. जिस क्षेत्र में डेंगू का मरीज मिला है, वहां छिड़काव कराया जा रहा है. मौके पर बीसीएम गुड़िया कुमारी सहित स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.
स्वास्थ्य विभाग करा डोर-टू-डोर बुखार की जांच
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि बुखार से पीड़ित लोगों को बेहतर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में जाने की सलाह दी जा रही है. जहां डेंगू के लक्षण वाले मरीज मिल रहे हैं उनको सदर अस्पताल भेजा जा रहा है. उनका स्वास्थ्य विभाग की देख-रेख में इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दवा का छिड़काव और फॉगिग करायी गयी है.