बिहार के 31 जिलों में पहुंचा डेंगू का डंक, पंजाब से आ रहे हैं सर्वाधिक संक्रमित मरीज

राज्य के 31 जिलों में डेंगू का डंक पहुंच चुका है. निरीक्षण के बाद सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में डेंगू के इलाज की व्यवस्था की समीक्षा की. पटना से भेजे गये अधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव को बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में दवा, बेड, मच्छरदानी, फॉगिंग और इलाज की व्यवस्था पर्याप्त है.

By Ashish Jha | September 9, 2023 6:44 AM

पटना. राज्य में डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सभी वरीय पदाधिकारियों को सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों का शुक्रवार को निरीक्षण कराया. राज्य के 31 जिलों में डेंगू का डंक पहुंच चुका है. निरीक्षण के बाद सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में डेंगू के इलाज की व्यवस्था की समीक्षा की. पटना से भेजे गये अधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव को बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में दवा, बेड, मच्छरदानी, फॉगिंग और इलाज की व्यवस्था पर्याप्त है. समीक्षा में पाया गया कि राज्य में कोटा में पढ़नेवाले विद्यार्थी, पंजाब और हरियाणा में काम करनेवाले कामगार राज्य में वापस लौट रहे हैं. पंजाब से सबसे अधिक डेंगू पीड़ित आ रहे हैं. इधर राज्य में अब तक कुल 640 डेंगू के मरीज पाये गये हैं. पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 101 नये डेंगू के मरीजों की पहचान हुई है.

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पटना जिला में 192 डेंगू पीड़ित पाये गये

स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि सभी मेडिकल कॉलेजों को दवा का गहन छिड़काव का निर्देश दिया गया. उन्होंने बताया कि सभी जिला के सिविल सर्जनों को प्राइवेट लैबों से भी रिपोर्ट प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही सिविल सर्जनों को अपने जिलाधिकारी के नियमित संपर्क में रहते हुए स्थिति पर नियंत्रण करना है. राज्य में पटना जिला में 192 डेंगू पीड़ित पाये गये हैं जबकि भागलपुर में 136 डेंगू के मरीज पाये गये हैं. गया जिला में 28 और मुजफ्फरपुर जिला में 14 डेंगू पीड़ित पाये गये. उन्होंने बताया कि डेंगू की गंभीरता को लेकर अपर मुख्य सचिव ने खुद गया मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था देगी जबकि संयुक्त सचिव सुधार कुमार ने पीएमसीएच जाकर डेंगू की व्यवस्था देखी. इसी प्रकार से निदेशक प्रमुखों और उप सचिवों को भी मेडिकल कॉलेजों में जाकर डेंगू की स्थिति की रिपोर्ट देने को कहा गया था. अब मुख्यालय स्तर पर हर दिन इसकी गहन समीक्षा की जायेगी.

पटना के पाटलिपुत्र, पोस्टल पार्क व बांकीपुर बने डेंगू के हॉटस्पॉट

पटना का पाटलिपुत्र, पोस्टल पार्क और बांकीपुर इलाका डेंगू का नया हॉटस्पॉट बन गया है. इन मोहल्लों में काफी डेंगू पीड़ित मिल रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार तक कुल 170 मरीजों की तुलना में इन मोहल्लों में अब तक 58 नये संक्रमित मिल चुके हैं. इनमें पाटलिपुत्र में 27, पोस्टल पार्क में 11 और बांकीपुर से 20 पीड़ित मिल चुके हैं. इसके अलावा दानापुर, फुलवारीशरीफ, भद्रघाट, गुलजारबाग और पटना सिटी के जल्ला इलाके में मरीज संक्रमित मिले हैं. वहीं निजी अस्पतालों में पहुंचने वाले बुखार पीड़ित और पैथोलॉजी जांच केंद्रों से मिल रही रिपोर्ट की मानें, तो पटना में डेंगू अब महामारी का रूप लेने लगा है.

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बुखार पीड़ितों में 40 प्रतिशत मिल रहे डेंगू के मरीज

पटना सिटी से दानापुर तक शहरी इलाके के करीब सभी मोहल्लों के अलावा बाढ़, बख्तियारपुर, मसौढ़ी और बिहटा तक के ग्रामीण इलाकों में भी डेंगू का प्रकोप फैल चुका है. बुखार पीड़ितों की जांच में करीब 40 प्रतिशत लोगों में डेंगू ही मिल रहा है. वहीं पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि पिछले तीन से चार दिनों से अस्पताल में आने वाले मरीजों में डेंगू पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है.

प्राइवेट लैबों से नहीं मिल पा रही सीएस कार्यालय को सूचना

सिविल सर्जन कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार पटना जिले के प्राइवेट लैबों और अस्पतालों द्वारा सीएस कार्यालय को डेंगू पीड़ितों की सूचना उपलब्ध नहीं हो पा रही है. जो आंकड़े मिल रहे हैं, वे सिर्फ सरकारी अस्पतालों में हो रही जांच से मिल रहे हैं. जबकि हाल ही में सीएस की ओर से जिले के सभी निजी अस्पताल व लैब को रोजाना सूचना देनी की बात कही जा चुकी है.

बचाव के उपाय

  • – पीड़ित को प्रचुर मात्रा में पानी पीना चाहिए

  • – नारियल पानी, मौसमी फल और पौष्टिक व सुपाच्य भोजन करना चाहिए

  • – अगर मसूड़ों, नाक या शौच के दौरान खून आने लगे, तो यह खतरा बढ़ने का संकेत है. ऐसे में तत्काल पीड़ित को अस्पताल में भर्ती होना चाहिए.

ये हैं लक्षण

  • – तेज बुखार

  • – सिर और जोड़ों में तेज दर्द

  • – आंखों के पीछे दर्द

  • – गैस बनना

  • – पेट खराब होना

  • – शरीर व हाथों पर लाल दाने

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