Bihar में भयावह हुआ डेंगू के डंक, 30 प्रतिशत लोगों को प्लेटलेट्स की पड़ रही जरूरत, 24 घंटे की है वेटिंग
Bihar में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अस्पतालों में लोगों के भर्ती मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. बताया जा रहा है कि राज्य में डेंगू के शिकार कुल लोगों में से 30 प्रतिशत को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ रही है. ऐसे में प्लेटलेट्स की भारी कमी हो गयी है.
Bihar में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अस्पतालों में लोगों के भर्ती मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. बताया जा रहा है कि राज्य में डेंगू के शिकार कुल लोगों में से 30 प्रतिशत को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ रही है. इस बीच पटना के ब्लैड बैंकों में प्लेटलेट्स की भारी कमी हो गयी है. मरीजों को प्लेट्स के लिए 18 से 24 घंटों तक का इंतजार करना पड़ रहा है. मरीज के परिजन सामान्य रक्त समूह के साथ ब्लड बैंक तक पहुंच रहे हैं मगर इसमें से 90 प्रतिशत रक्तदाताओं को अस्वीकृत कर दिया जा रहा है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच के ब्लड बैंक में स्थिति ये है कि मरीज के परिजन एक यूनिट एसपीडी के लिए पांच से छह लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं. डोनर परीक्षण में अगर रक्तदाता पास भी होता है तो प्लेट्स दान करने में एक से डेढ़ घंटे का समय लग रहा है.
नसों का पतला होना या तिरछा होना हो रही परेशानी
ब्लड बैंक के अनुसार अधिकतर रक्तदाताओं की नसों के पतला या आड़ा रितछा होने के कारण प्लेटलेट दान करने में परेशानी है. आए दिन ब्लैड बैंक में परिजनों के द्वारा इसी कारण से हंगामा कर रहे हैं. कई मरीजों की हालत खराब होने के कारण मगर मरीज की जान बचाने के लिए रक्तदाता की जिंदगी खतरे में नहीं डाल सकते हैं. हालांकि एक बार एसडीपी दान करने के बाद रक्तदाता एक सप्ताह के अंदर फिर से एसडीपी दान कर सकता है.
10 हजार से नीचे होने पर चढ़ाएं प्लेटलेट्स
सिविल सर्जन केके राय बताते हैं कि विभाग की गाइडलाइन के अनुसार अगर मरीज का प्लेटलेट्स 10 हजार से नीचे आ जाता है तो उसे रक्तदाता के द्वारा दान की गयी प्लेटलेट्स चढ़ायी जा सकती है. मगर चिकित्सक अभी 30 हजार प्लेटलेट्स में भी मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ा रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों में प्लेटलेट्स की कमी हो गयी है. दूसरी बड़ी बात है कि समाज में रक्तदाताओं की भी भारी कमी है. लोगों को बढ़-चढ़कर रक्तदान करना चाहिए.