Bihar News: बिहार की राजधानी पटना में डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पटना में मरीजों की संख्या 7000 के करीब पहुंच चुकी है. राज्य में नवंबर की शुरुआत के साथ ही दो दिनों में 600 से अधिक केस सामने आए है. पटना जिले में डेंगू के 123 नये मरीज मिले हैं. इसके साथ ही अब तक जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ कर 6944 हो गयी है. जानकारी के अनुसार सबसे अधिक पाटलिपुत्र अंचल में 41 नये डेंगू मरीज मिले. वहीं न्यू राजधानी अंचल में 19, बांकीपुर में 15, अजीमाबाद में 12, कंकड़बाग में 13, पटना सिटी में एक नया मरीज चिह्नित किया गया है. इस माह के पहले दो दिनों में राज्य में डेंगू के 638 नये मरीज पाये गये हैं. शुक्रवार को प्रदेश में 321 नये मरीज पाये गये. इसके साथ ही अब तक मिले डेंगू मामलों की संख्या बढ़कर 16568 हो गयी है. पटना के बाद भागलपुर में 19, वैशाली में 16, मुंगेर में 15 और सीवान में 14 नये डेंगू मरीजों की पहचान की गयी है. वहीं, 14 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया.
मुजफ्फरपुर जिले में डेंगू मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है. अब शहरी क्षेत्र में केस अधिक बढ़ने लगे हैं. एसकेएमसीएच में शुक्रवार को जांच के दौरान डेंगू के 13 नये केस की पुष्टि हुई है. वहीं दो मरीजों में डेंगू व चिकनगुनिया दोनों मिले हैं. जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ सतीश कुमार ने बताया कि जिले में अब तक 435 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. इनमें से चार मरीजों की मौत हो चुकी है. डाॅ सतीश ने बताया कि लैब से आयी जांच रिपोर्ट में डेंगू के 13 नये मरीज मिले हैं. एसकेएमसीएच व निजी अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती मरीजों का मॉनीटरिंग की जा रही है. मरीजों के घर के आसपास फाॅगिंग करायी जा रही है. साथ ही जलजमाव वाली जगहों पर मच्छर का लार्वा मारने वाली दवा का छिड़काव किया जा रहा है.
Also Read: बिहार के खिलाड़ियों ने नेशनल गेम्स में जीते चार और पदक, कुल संख्या हुई सात, जानिए किन खेलों में बढ़ाया मान
वहीं, जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने जानकारी दी है कि लैब से आयी जांच में जिले के कुल 13 डेंगू के मरीज मिले है. एसकेएमसीएच व निजी अस्पतालों में इलाज के लिये भर्ती मरीजों का मॉनिटरिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में भी जो डेंगू मरीज की पुष्टि हो रही है. उनका ब्लड सैंपल लेकर लबोरेटरी में एलाइजा जांच के लिये भेजा जा रहा है. मरीज मिलने के साथ ही सभी पीएचसी को अलर्ट किया गया है. जहां मरीज का घर है उसके आसपास एक सौ घर के इर्द- गिर्द फागिंग करायी जा रही है. इसके साथ ही लार्वा मारने वाली दवा का छिड़काव जहां पर जलजमाव है वहां पर कराया जा रहा है. सभी पीएचसी में दवा छिड़काव की मशीन उपलब्ध है.
Also Read: बिहार: गोपालगंज में NH- 531 को लोगों ने किया जाम, कार सवार लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन
भागलपुर में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. प्रतिदिन नये मामले सामने आ रहे हैं. कहलगांव अनुमंडलीय अस्पताल में शुक्रवार को 23 लोगों की डेंगू जांच की गयी, जिसमें आठ लोग डेंगू पीड़ित पाये गये. अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ आनंद मोहन ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल में अब तक 1347 लोगों की डेंगू जांच की गयी है. जिसमें अब तक 289 लोग डेंगू पॉजिटिव पाये गये हैं.
Also Read: बिहार: बेलाउर के सूर्य मंदिर में छठ पर बड़ी संख्या में आते है श्रद्धालु, सिक्का वापस करने की है अद्भुत परंपरा
जेएलएनएमसीएच यानी मायागंज अस्पताल में 15 व सदर में चार डेंगू के मरीज मिले है. जिले में कुल डेंगू मरीजों की संख्या 1225 हो गयी है. अब तक पांच डेंगू मरीज की मौत हुई है. मायागंज अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि तीन नवंबर को डेंगू के लक्षण वाले 31 संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया. वहीं 35 डेंगू मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर घर भेजा गया है. इस समय फील्ड फैब्रिकेटेड अस्पताल में 59 भर्ती मरीजों का इलाज जारी है. वहीं डेंगू के नौ गंभीर मरीजों को मेडिसिन विभाग के एचडीयू में भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है. वहीं एक मरीज बिना सूचना दिये अस्पताल छोड़ कर चले गये. डेंगू के इलाज में लगे डॉक्टरों का कहना है कि उम्मीद थी कि नवंबर की शुरुआत में बीमारी समाप्त हो जायेगी. लेकिन अब तक डेंगू मरीज मिल रहे हैं. इस समय मिल रहे डेंगू मरीज पहले की तुलना में अधिक गंभीर हैं. इसलिए लोग डेंगू मच्छरों से बचाव के लिए सभी उपाय अपनाये.