अररिया में डेंगू ने ली युवक की जान, मुंगेर में 24 घंटे के दौरान मिले डेंगू के सर्वाधिक 25 मरीज
डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं मधेपुरा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान भरगामा प्रखंड निवासी एक डेंगू पीड़ित व्यक्ति के मौत की सूचना है. डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि भरगामा निवासी एक डेंगू मरीज की मौत मधेपुरा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान होने की जानकारी है.
अररिया. जिले में डेंगू का प्रकोप जारी है. डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं मधेपुरा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान भरगामा प्रखंड निवासी एक डेंगू पीड़ित व्यक्ति के मौत की सूचना है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि भरगामा निवासी एक डेंगू मरीज की मौत मधेपुरा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान होने की जानकारी है. उन्होंने बताया कि पीएचसी स्तर पर डेंगू जांच में मामले सत्यापित होने के बाद मरीज की सेहत गंभीर जानकर बीते 26 सितंबर को हीं उन्हें मधेपुरा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था.
फिलहाल 04 एक्टिव मरीज
डेंगू मामले के सत्यापन के लिए सदर अस्पताल में एलीजा टेस्ट नहीं होने की स्थिति में जिला स्तर पर इसकी रिपोर्टिंग नहीं हो सका है. बहरहाल जिले में डेंगू प्रभावित मरीजों की संख्या बढ़ कर 30 हो गयी है. इसमें फिलहाल 04 एक्टिव मरीज हैं. डेंगू प्रभावित सभी मरीज अपने घर पर हीं इलाजरत हैं. अब तक महज दो मरीजों की सेहत अधिक खराब होने की स्थिति में उन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिये पूर्णिया मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. जहां दोनों मरीजों की सेहत सामान्य होने की जानकारी है. डेंगू मरीजों को जरूरी चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराने की दिशा में विभागीय स्तर से जरूरी पहल की बात कही जा रही है.
दवा देकर घर भेज दिये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर
भरगामा बाजार के एक युवक दिनेश कुमार मेहता की मौत डेंगू से हो गयी. दिनेश कुमार मेहता 36 वर्ष स्व शिवनारायण मेहता का पुत्र था. भरगामा में ही फोटो व पूजन सामग्री बेचता था. दिनेश के भाई मुन्ना मेहता ने बताया कि दिनेश को बुखार आ रहा था. उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरगामा ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए अररिया रेफर कर दिया. परिजनों ने बताया कि अररिया में आवश्यक जांच के बाद दवाई दी व घर भेज दिया. अररिया से लौटने के बाद बुखार नहीं उतरा व उसकी तबियत बिगड़ती हीं जा रही थी. इसके बाद उसे 26 सितंबर को मधेपुरा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. परिजनों ने बताया कि वहां जांच में डेंगू पाया गया व दिनेश का प्लेटलेट्स निम्न स्तर पर आ गया. गुरुवार की देर रात्रि उसकी मौत हो गई.
अब तक मिले इतने मरीज
जिले में अब तक जो डेंगू के मामले सामने आये हैं. उनमें अररिया प्रखंड के 11, फारबिसगंज प्रखंड के 14, नरपतगंज से 02, कुर्साकांटा प्रखंड के 01, जोकीहाट से 01 व खगडिया जिला के 01 मरीज शामिल हैं. पलासी, भरगामा, रानीगंज, सिकटी प्रखंड में अब तक डेंगू का रिपोटिंग नहीं है. ऐसे में यह स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है कि भरगामा में डेंगू से एक की मौत के बाद भरगामा पीएचसी सक्रिय हुआ है, नहीं तो अभी तक वहां से रिपोर्टिंग तक नहीं हुआ है. डेंगू प्रभावित मरीजों को समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में विभागीय स्तर से जरूरी प्रयास करने का जो भी दावा किया जा रहा हो, लेकिन मरीजों की मौत के बाद अस्पताल के व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं.
किया जा रहा है लगातार फॉलोअप
जिला जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू मरीजों की लगातार मॉनेटरिंग की जा रही है. मरीजों का लाइन लिस्ट तैयार किया गया है. इसके आधार पर मरीजों का लगातार फॉलोअप किया जा रहा है. डेंगू से बचाव को लेकर विभिन्न माध्यमों से लोगों जागरूक करने की पहल की जा रही है. अररिया सदर अस्पताल व फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में मरीजों के प्लेटलेट्स जांच की सुविधा है. वहीं किसी मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ने पर उन्हें पूर्णिया मेडिकल कॉलेज रेफर करने का इंतजाम है. जिले में पर्याप्त मात्रा में डेंगू जांच किट उपलब्ध है. जो आवश्यकता अनुरूप सभी पीएचसी को उपलब्ध कराया गया है. डेंगू संबंधी मामलों के सत्यापन के लिये सदर अस्पताल में एलीजा टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है.
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मुंगेर में एलाइजा जांच में मिले 25 नये मरीज, आंकड़ा पहुंचा 300 के पास
दूसरी ओर मुंगेर में डेंगू का कहर लगातार जारी है. हाल यह है कि जिले में मात्र एक सप्ताह में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 300 के पास पहुंच गया है. इस बीच शुक्रवार को अबतक एक दिन में एलाइजा जांच में सर्वाधिक डेंगू के 25 नये मरीज पाये गये. सदर अस्पताल में शुक्रवार को एलाइजा जांच में मिले डेंगू मरीजों के साथ संदिग्ध कुल 80 मरीज भर्ती हैं. जिले में वैसे तो पिछले पांच दिनों से लगातार 17 से 20 की संख्या में डेंगू मरीज एलाइजा जांच में मिल रहे हैं.
एक दिन में मिले डेंगू के सर्वाधिक मरीज
शुक्रवार को जिले में अबतक एक दिन में मिले डेंगू के सर्वाधिक मरीजों की संख्या में 25 मरीज पाये गये. इसके बाद जिले में अब डेंगू मरीजों की कुल संख्या 293 हो गयी है. हालांकि शुक्रवार को जिले में मिले डेंगू के 25 मरीजों में मात्र तीन मरीज ही इलाज के लिये भर्ती हुए. जबकि शेष मरीजों का इलाज जिले के विभिन्न निजी नर्सिंग होम और अस्पताल में चल रहा है. इधर शुक्रवार को एलाइजा जांच में मिले दो डेंगू मरीजों को इलाज के बाद ठीक होने पर घर भेज दिया गया. जबकि वर्तमान में एलाइजा जांच में पॉजिटिव मिले डेंगू के छह मरीज सदर अस्पताल में इलाजरत हैं.
सदर अस्पताल व प्री-फैब्रिकेटेड में भर्ती हैं 80 मरीज
एक ओर जहां जिले में लगातार एलाइजा जांच में डेंगू के पॉजिटिव मरीज पाये जा रहे हैं. वहीं सदर अस्पताल में प्रतिदिन डेंगू के लक्षणों से पीड़ित संदिग्ध मरीजों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. शुक्रवार तक सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों में डेंगू के कंफर्म मरीजों के साथ कुल 80 संदिग्ध मरीज इलाजरत है. इसमें प्री-फैब्रिकेटेड अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में कुल 60 मरीज इलाजरत हैं. जबकि सदर अस्पताल के महिला वार्ड के सामने बने डेंगू वार्ड में 10 मरीज इलाजरत हैं. वहीं पुरुष वार्ड में भी डेंगू के कुल 10 मरीज इलाजरत हैं.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि जिले में शुक्रवार को डेंगू के 25 मरीज पाये गये हैं. जबकि सदर अस्पताल में अबतक कुल 80 मरीज इलाजरत है. इसमें कुछ मरीजों का प्लेटलेट्स काफी कम है. जिसे ब्लड बैंक से समुचित प्लेटलेट्स उपलब्ध कराया जा रहा है. जबकि शेष मरीजों की हालत पूरी तरह समान्य है.