हिसुआ. सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो हिसुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में डेंटल सेवा (दंत चिकित्सा सेवा) की शुरुआत नये साल में शुरू हो जायेगी. चिकित्सा से जुड़े उपकरण आदि हिसुआ अस्पताल में पहुंच चुके है.
इंस्टालेशन आदि का काम होना बाकी है. चिकित्सा केबिन सीएचसी में ब्लॉक-एक यहां ओपीडी सेवा चलती है, उसी भवन में बनाना है.
लगभग सारे उपकरण लाकर रखे गये हैं. सेवा शुरू होने के बाद क्षेत्र के हिसुआ सहित चार प्रखंड के लोगों को इसका लाभ मिलेगा. एक लाख 56 हजार 340 जनसंख्या को कवर करने वाले हिसुआ सीएचसी में दंत चिकित्सा की बड़ी जरूरत है.
सेवा नहीं रहने की जानकारी नहीं रखने वाले रोगियों को अस्पताल आकर लौटना पड़ता है. लोगों को ईलाज के लिए निजी क्लिनिक का सहारा लेना पड़ता है या दूसरे शहरों में जाना पड़ता है.
एक अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र और 13 उपस्वास्थ्य केंद्र और बड़ी आबादी को कवर करने वाले सीएचसी में इसकी जरूरत को लोग सालों से मांग करते रहे हैं.
क्षेत्र के आलोक कुमार, पवन कुमार गुप्ता, पूर्व चेयरमैन दिलीप कुमार, वार्ड पार्षद अशोक चौधरी, विनोद चंद्रवंशी, समाजसेवी सुनील कुमार, मधूसूदन चौधरी, अर्जन प्रसाद यादव, प्रो जयनंदन प्रसाद, जयंत कुमार, ओम प्रकाश बरनवाल सहित लोगों का कहना है इसकी बड़ी जरूरत थी.
सीएचसी में पदस्थापित दंत चिकित्सक डॉ राजीव कुमार ने बताया कि ओपीडी सेवा तो बहाल हो सकती है. लेकिन इलाज के लिए उपकरणों का इंस्टालेशन जरूरी है. इसके साथ इसके इलाज की दवा और मेटेरियल काफी महंगे आते हैं.
स्वास्थ्य विभाग इसको मुहैया कराने की पहल कर रही है. अस्पताल में दवा और मेटेरियल उपलब्ध हो जाने के बाद बेहतर इलाज हो सकेगा. उपकरण आ चुके है.
Posted by Ashish Jha