भाजपा मंडल और कमंडल का एक साथ समर्थन करती है, पढ़िए डिप्टी सीएम ने ऐसा क्यों कहा?

भाजपा मंडल और कमंडल का समर्थन करती है. लोकसभा का गठन हो रहा था, तब जनसंघ के श्याम प्रसाद मुखर्जी ने पिछड़े दलित लोगों के लिए आरक्षण का समर्थन किया था.

By RajeshKumar Ojha | March 7, 2024 8:00 PM

भाजपा मंडल और कमंडल का समर्थन करती है. बिहार के डिप्टी सीएम उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने आज समस्तीपुर में ये बात कही. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सबका साथ सबका विकास संकल्प के साथ सभी वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ रही है. हमारी राजनीति सामाजिक सुखद बदलाव एवं जनता की खुशहाली की दिशा में केन्द्रित रही है. समाज का अंतिम व्यक्ति हमारी सक्रियता की धुरी रहा है. वह गुरुवार को शहर के कर्पूरी सभा कक्ष में आयोजित सम्मान समारोह में स्थानीय कार्यकर्ताओं काे संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो जनता से किये अपने वादे को 99 प्रतिशत पूरा किये. जो पूछते हैं कि काम क्या किया, उसे बताएं कि काम भी करते हैं और उसका हिसाब भी रखते हैं. बिहार में पंद्रह साल सरकार रही. पंद्रह साल में लालू प्रसाद ने महज 95 हजार लोगों को नौकरी दी. 2005 से 20 तक एनडीए की सरकार ने बिहार की जनता को साढ़े सात लाख नौकरी दी है. इस बार 2020 से 22 तक करीब ढाई लाख नौकरी दी. भाजपा ने घोषणा की थी उसमें सवा लाख नौकरी और बढ़ी है. आगे सात निश्चय पार्ट टू में बिहार के नौजवानों को दस लाख सरकारी नौकरी का वादा किया है. जो वर्ष 2025 के चुनाव से पहले पूरा किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरा बिहार मोदी का परिवार है, तो दूसरी तरफ लालू जी का अपना परिवार है. लालू यादव जब सत्ता में हटे तो अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया. जब राबड़ी देवी सत्ता से हटीं तो अपने छोटे पुत्र को उपमुख्यमंत्री, बड़े पुत्र को मंत्री और पुत्री जो बाद में चुनाव हार गईं उसे राज्य सभा में सांसद बना दिया. लालू प्रसाद  सिर्फ अपने लिये जीते हैं. अपने दल में भी किसी नेता को भी आगे बढ़ाने का अवसर नहीं दिया. बिहार में लालू प्रसाद के लिए एक परिवार अपना परिवार होगा, लेकिन प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके लिए पूरा देश ही परिवार है.

भाजपा मंडल और कमंडल का समर्थन करती है

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मंडल और कमंडल दोनों का समर्थन करती है. 1952 में जब लोकसभा का गठन हो रहा था, तब जनसंघ के श्याम प्रसाद मुखर्जी ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को पिछड़े दलित लोगों के लिए आरक्षण का समर्थन किया था. बिहार में कर्पूरी ठाकुर मुख्यमंत्री थे. उस वक्त कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर पर विपक्ष की तरह हमलावर थी. जनसंघ के लोग समर्थन दिए. तब जाकर अतिपिछड़ा को बीस प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिला. जब वर्ष 1989-90 में मंडल कमीशन लागू हुआ तब भी भाजपा के अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी 84 सांसदों के साथ समर्थन दे रहे थे.  

2014 में भाजपा की सरकारी बनी. लगा की 75 साल बाद सवर्ण समाज के लोग भी गरीब हो गए, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने गरीब सवर्णों को दस प्रतिशत आरक्षण दिया.  उन्होंने कहा कि बिहार बदलना है और एक समृद्ध राज्य बनाना है. पिछली बार भाजपा सरकार ने कमिटमेंट किया था कि बिहार में शराब, जमीन और बालू माफिया को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

 इस बार सत्ता में आए तो कानून बनाया.  इससे पूर्व स्थानीय कार्यकर्ताओं ने शहर में स्वागत यात्रा निकालकर उप मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया. भाजपा जिला कार्यालय से हाथी ऊंट घोड़ा व समर्थकों के साथ सड़क मार्ग होते हुए उपमुख्यमंत्री कर्पूरी सभा कक्ष पहुंचे. रास्ते में जगह जगह कार्यकर्ताओं की भीड़ एकत्रित थी. महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से स्वागत किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने की. मौके पर प्रदेश महामंत्री जगन्नाथ ठाकुर, पूर्व जिलाध्यक्ष रामसुमरण सिंह, विधायक वीरेन्द्र पासवान, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष गीतांजली, वीरेन्द्र यादव, प्रभात ठाकुर, कृष्ण विजय शर्मा, प्रदीप साह शिवे समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे.

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