तेजस्वी यादव औचक निरीक्षण में पहुंचे बगहा अनुमंडलीय अस्पताल, गंदगी देख भड़के, मरीजों से की बात
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शुक्रवार की रात अचानक बगहा अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के औचक निरीक्षण से अस्पताल में अफरा तफरी मच गयी. औचक निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में गंदगी को देख तेजस्वी भड़क गये. उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगायी.
बगहा. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शुक्रवार की रात अचानक बगहा अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के औचक निरीक्षण से अस्पताल में अफरा तफरी मच गयी. औचक निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में गंदगी को देख तेजस्वी भड़क गये. उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगायी. तेजस्वी यादव के अस्पताल पहुंचने पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गयी थी. तेजस्वी यादव ने यहां अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात कर स्वास्थ्य व्यवस्था के बारे में जानकारी ली. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम चंपारण पहुंचे हैं.
अमवामन झील का भी लिया जायजा
अपने बगहा प्रवास के दौरान तेजस्वी यादव वहां के विभिन्न स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं. इसी क्रम में वो अमवामन झील भी पहुंचे. वहां उन्होंने वोट की सवारी कर वाटर स्पोर्ट्स पार्क का निरीक्षण किया. तेजस्वी ने पैरासेलिंग बोट पर ही अधिकारियों के साथ बैठक की और अमवामन झील के विकास पर चर्चा की. इसके बाद तेजस्वी ने झील को और भी विकासित करने की बात कहते हुए बिहार को पर्यटन नगरी बनाने की घोषणा की.
अचानक बगहा अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे तेजस्वी यादव
अमवामन झील से लौटते वक्त देर शाम तेजस्वी यादव अचानक बगहा अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे. वहां डॉक्टरों और मरीजों से स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल जाना. उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से बात की. उनसे अस्पताल में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली. इस दौरान अस्पताल में गंदगी देखकर स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जमकर क्लास लगायी. उन्होंने सुधार के लिए कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये.
पहले भी कर चुके हैं औचक निरीक्षण
स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव इससे पहले भी पटना में अचानक मरीजों का हाल जानने के लिए अगमकुंआ स्थित एनएमसीएच पहुंच गये थे और अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था. स्वास्थ मंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ा एक्शन लेते हुए कार्य में लापरवाही बरतने और विभागीय आदेश की अवहेलना करने के आरोप में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर विनोद कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया था. इसको लेकर आइएमए ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.