दुर्गावती जलाशय से पानी छोड़े जाने से कैमूर में तबाही, नदी में डूबने से एक की मौत, कई इलाकों में बिजली ठप
कैमूर में पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश व दुर्गावती जलाशय से छोड़े गये पानी के बाद गुरुवार को दुर्गावती नदी में बढ़े जल स्तर से रिहायशी इलाके में पानी घुस गया है.
कैमूर में पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश व दुर्गावती जलाशय से छोड़े गये पानी के बाद गुरुवार को दुर्गावती नदी में बढ़े जल स्तर से रिहायशी इलाके में पानी घुस गया है. इसका नतीजा रहा कि मोहनिया शहर के कई इलाकों में पानी फैल गया. पानी में डूबने से एक 20 वर्षीय युवक की मौत भी हो गई. वहीं एक और युवक बाढ़ के पानी में डूबने लगा लेकिन पेड़ की डाली पकड़ने की वजह से उसकी जान बच गई. इसके साथ ही पावरग्रिड के कैंपस में भी पूरा पानी भर गया है. ऐसे में सुरक्षा कारणों से शहर के साथ करीब चार दर्जन गांव की बिजली सप्लाई बंद कर दी गयी है.
बाढ़ के पानी में डूबने से युवक की मौत
बताया गया कि गुरुवार को करीब 10 बजे बेलौड़ी गांव में आये नदी के पानी में शिव बसंत साह का 20 वर्षीय पुत्र कृष्ण कुमार साह डूब गया. काफी खोजबीन की गयी, तो शव मिला. उसे लेकर अस्पताल आये, लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमॉर्टम के लिए भभुआ भेज दिया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. अस्पताल में लोगों की काफी भीड़ जुटी रही, जहां वृद्ध पिता का रो-रोकर बुरा हाल था. लोग सांत्वना देते नजर आये.
पावर ग्रिड में घुसा पानी
इधर पावरग्रिड परिसर में पानी की सूचना मिलने पर वरीय अधिकारी ने इस संबंध में इओ सुधांशु कुमार को निर्देश दिया. जिसके बाद सुधांशु कुमार ने पावरग्रिड पहुंच कर नगर पंचायत से पानी निकासी की व्यवस्था करायी, जिसमें कई मोटर पंप लगा पानी निकासी शुरू किया गया. लेकिन इसके बाद भी आसपास से पानी ग्रिड में घुस रहा था. मालूम हो कि दुर्गावती नदी के लगातार चार दिनों से बढ़े जल स्तर के कारण अपरपुरा व अवारी गांव होते मोहनिया-भभुआ पथ के किनारे स्थित पावरग्रिड तक पानी पहुंच गया. जबकि, देखते ही देखते पूरे परिसर में घुटना भर पानी भर गया. इसे देख विभाग के अधिकारी ने इसकी सूचना वरीय अधिकारी को दी.
सुरक्षा कारणों से बिजली सप्लाई बंद
वरीय अधिकारी के निर्देश पर तत्काल पावर ग्रिड नगर पंचायत के इओ द्वारा मोटर पंप लगा तत्काल पानी निकासी की व्यवस्था की गयी, लेकिन पानी आसपास खेत में पानी भरा था, जो फिर से ग्रिड में आ जा रहा था. इधर सुरक्षा कारणों से बिजली सप्लाई बंद कर दी गयी. जब तक ग्रिड से पानी निकल नहीं जायेगा, तब तक बिजली सप्लाई बंद रहेगी.
पवार ग्रिड से पानी निकाल नाले में गिराया जा रहा
मोहनिया पावरग्रिड में घुसे पानी के निकासी के लिए नगर पंचायत द्वारा पांच मोटर पंप लगाये गये, जिसमें तीन डीजल, तो बाकी सबमर्सिबल व मोटर पंप शामिल था. सभी पानी को भभुआ मोहनिया पथ के किनारे स्थित नाला में गिराया जा रहा था. पावरग्रिड के पूरे परिसर में भरे पानी से लोगों को काफी परेशानी हुई. पानी में भी करेंट न आ जाये, इसको लेकर काफी सुरक्षा बरती जा रही थी.
दर्जनों ग्रामीण क्षेत्र में बिजली बंद
मोहनिया पावरग्रिड व पीएसएस में नदी का पानी भर जाने से बुधवार की मध्य रात्रि से बिजली सेवा शहर के साथ साथ दर्जनों ग्रामीण क्षेत्र का बंद किया गया. इसके कारण पानी को लेकर लोग काफी परेशान रहे. मालूम हो कि पानी भर जाने से ग्रिड का सभी सिस्टम आपरेट करने में कर्मियों को काफी परेशानी हो रही थी. चारों तरफ पानी ही पानी भर गया था, जिसे देख कर्मी कार्य करने से भय खा रहे थे.
बिजली सप्लाई बंद से बढ़ी पानी की समस्या
मोहनिया शहर सहित पावर ग्रिड में नदी का पानी घुसने के बाद बिजली सप्लाई तो बंद कर दी गयी है, जिसके कारण शहर वासियों को काफी परेशानी पानी के लिए हो रहा है. आज के परिवेश में लोग सबमर्सिबल पर ही आश्रित हैं. घरों में चापाकल तक नहीं है. लेकिन बिजली सप्लाई बंद होने के बाद टंकी में पानी भरने को लेकर लोग काफी परेशान रहे, जहां कई जगहों पर किराये पर जेनेरेटर का सहारा लेकर लोग पानी भरते नजर आये. ऐसे में बिजली सप्लाई कब शुरू होगी, अभी कुछ बिजली विभाग द्वारा स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं दी जा रही है.
2021 में भी ग्रिड में नदी का घुसा था पानी
मोहनिया पावर ग्रिड व पीएसएस में बाढ़ का पानी घुसने का कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी अगस्त 2021 में दुर्गावती नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पीएसएस व पावर ग्रिड में पानी घुस गया था. उसे समय भी शहर के साथ-साथ कई गांव की बिजली सप्लाई बंद कर दी गयी थी. हालांकि पिछले साल ग्रेड में पानी कम घुसा था, जिसके कारण दो दिन में पानी निकासी के बाद बिजली सप्लाई शुरू की गयी थी. लेकिन इस बार तो घुटने भर पानी ग्रिड में भरा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में मोहनिया एसडीओ राकेश कुमार सिंह ने बताया नदी के पानी का जल स्तर बढ़ने से मोहनिया ग्रिड में पानी घुस गया था. उसे निकासी के लिए व्यवस्था की गयी है. पानी जितना जल्द निकल सके, जिसके बाद बिजली सप्लाई शुरू की जायेगी.