बिहार में पिछले एक हफ्ते से पड़ रही कड़ाके की ठंड ने विकास के पहिये को रोक दिया है. आठ डिग्री से नीचे पारा पहुंच गया है. हाड़ कंपाकंपा देनेवाली ठंड के कारण कई प्रोजेक्ट के मजदूर साइट पर जाने से इंकार कर रहे हैं. अरबों की बड़ी परियोजनाओं का काम प्रभावित हो गया है. मौसम सामान्य होने पर ही कार्य एजेंसी काम शुरू करेगी. सबसे अधिक प्रभाव समानांतर पुल, अगुवानी पुल, एस एच-103 चौड़ीकरण और फोरलेन की मिट्टी भराई काम पर दिख रहा है. इस तरह से प्रोजेक्ट के समय से पूर्ण होने में देरी संभव है. मौसम की बेरुखी को लेकर हुई देरी पर कार्य एजेंसी अतिरिक्त काम करने का दावा कर सकती है.
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एसएच के कार्यपालक अभियंता संजीत कुमार व प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मेसकौर में पिछले एक सप्ताह से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में काम प्रभावित होना स्वाभाविक है. कार्य एजेंसियों को मौसम सामान्य होने के बाद काम में तेजी लाने का निर्देश दिया गया हैं. समानांतर पुल का अधिकतर काम नदी किनारे हो रहा है. नदी एरिया में कुआं खोदकर पाइलिंग का काम किया जा रहा है, लेकिन पिछले सात दिन से गिनती के मजदूर साइट पर दिख रहे हैं, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ रहा है. प्रोजेक्ट से जुड़े एक कर्मी ने बताया कि धुंध के चलते भी परेशानी हो रही है. दोपहर 12 बजे के बाद ही धुंध हट पाता है और शाम चार के बाद फिर शुरू हो जाता है.
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स्टेट हाइवे परियोजना का काम भी ठंड से प्रभावित हो गया है. जहां-जहां काम चालू था, वहां फिलहाल ब्रेक लगा हुआ है. चारों फेज के प्रोजेक्ट का यही हाल है. वृद्धि इंफ्राटेक इंडिया प्राइवेट कम्पनी लिमिटेड के मजदूर पिछले तीन-चार दिन से कैंप में दुबके हैं. प्रोजेक्ट के साइट इंजीनियर भी ठंड को लेकर एहतियात बरतते हुए काम रोक रखे हैं. अभी सिर्फ साइट विजिट ही हो रहा है. एसएच-103 के चौड़ीकरण का काम दो फेज में चल रहा है.
पहले फेज में मंझवे से फतेहपुर एरिया में काम चल रहा है. जबकि दूसरे चरण में फतेहपुर से गोविंदपुर क्षेत्र में है. इस क्षेत्र में ऐसे ही काम में सुस्ती थी, लेकिन अब ठंड ने पूरी तरह काम रोक दिया है. ठंड के चलते डीपीसी काम भी नहीं हो रहा है. मजदूर साइट पर जाते हैं, लेकिन काम निकल नहीं पाता है. पहाड़ी और मैदानी इलाका होने की वजह से तापमान सात तक रहता है