बिहार में धान की खरीद शुरू, सरकार ने इस बार बदला तरीका, जानिए बेचने से लेकर भुगतान तक के बारे में..
बिहार में धान की खरीद शुरू कर दी गयी है. जिलों को दो चरणों में बांटा गया है. इस बार सरकार ने धान की खरीद को लेकर तरीका बदला है. फर्जी किसानों पर नकेल कसने और उनकी पहचान आसान करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया है. जानिए भुगतान तक की जानकारी..
Farmer News Bihar: बिहार में किसानों से धान की खरीद सरकार ने शुरू कर दी है. बुधवार से धान खरीद की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. उत्तरी बिहार के जिलों में 1 नवंबर से और दक्षिणी बिहार के जिलों में 15 नवंबर से विधिवत धान खरीद शुरू होगी. सहकारित मंत्री डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव ने यह जानकारी दी. इसबार धान की खरीद में संभावित फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अलग तरीके को अपनाया गया है. फर्जी किसान बनकर अब कोई भी व्यापारी या दलाल धान नहीं बेच सकेगा. इसके लिए पूरी तैयारी की गयी है. तकनीक का इस्तेमाल करके इस फर्जीवाड़े को रोकने की इसबार तैयारी हुई है. वहीं किसानों को धान की खरीद के बाद भुगतान भी 48 घंटे के अंदर करने का निर्देश दिया गया है.
दो चरणाें में जिलों में होगी धान की खरीद..
बिहार में धान की खरीद बुधवार 1 नवंबर से शुरू की जा रही है. उत्तरी बिहार के 19 जिलों में पहले चरण में खरीद की जाएगी. दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सहरसा, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, कटिहार, वैशाली, किशनगंज, सारण, गोपालगंज और सीवान में धान की खरीद 1 नवंबर से होगी जबकि दक्षिणी बिहार के जिलों में 15 नवंबर से धान की प्रक्रिया शुरू होगी.
धान बेचने के लिए किसानों को कराना होगा रजिस्ट्रेशन
किसानों का रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है. किसान सीएसपी केंद्र, वसुधा केंद्र, इंटरनेट पर जाकर कृषि विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करायेंगे. जिन किसानों का रजिस्ट्रेशन हो गया है उनका ही धान क्रय केंद्र पर खरीदा जायेगा.
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48 घंटे के अंदर राशि भुगतान करने का आदेश
सरकार ने धान बेचने वाले किसानों को 48 घंटे के अंदर राशि भुगतान करने का आदेश दिया है. कृषि विभाग के पोर्टल से निबंधित किसानों से ही पैक्सों और व्यापार मंडलों में धान खरीद होगी. उनका सत्यापन उनके आधार कार्ड और बोए गए रकबे का सत्यापन खतौनी से करेंगे. अधिकतम 24 घंटे के अंदर किसान का सत्यापन हो जाये. सरकार ने तय किया है कि रैयती किसान से 150 क्विंटल व बटाईदार से 50 क्विंटल धान की खरीद होगी. किसानों के खाते में सीधा भुगतान की व्यवस्था की गई है. इसलिए जिन किसानों के खाते का केवाइसी नहीं हुआ है वो बैंकों में जाकर अपने-अपने खाते का केवाइसी करा लेंगे. इसके बिना खाते में राशि का भुगतान लंबित हो सकता है.
इस बार अलग तरीके से होगी खरीद..
जिलों में सहकारिता विभाग की समितियां पैक्स और व्यापार मंडल केंद्र बनाए गए हैं, जहां धान की खरीदारी सरकार के समर्थन मूल्य पर होगी. किसानों को इस बार 48 घंटे के भीतर भुगतान कराने का आदेश दिया गया है. धान की खेती का सही आकलन कर अनुमानित उपज के आधार पर धान खरीद का लक्ष्य तय किया गया है.इस बार किसानों से धान खरीदने में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए विभाग ने बायोमेट्रिक सिस्टम लगाया है. अब ऑनलाइन आवेदन करने वाले किसान जब धान बेचने क्रय केंद्र पर पहुंचेंगे तो उनको अंगूठे का निशान बायोमेट्रिक पर लगाना होगा. अंगूठा लगाने के साथ ही किसान के मोबाइल पर ओटीपी आयेगा. ओटीपी डालने के बाद उनका धान क्रय केंद्र खरीद सकेंगे. अभी सभी क्रय केंद्रों के पास बायोमेट्रिक मशीन नहीं लगी है. इसकी प्रक्रिया जारी है.
ऑनलाइन धान बेचने के लिए आवश्यक दस्तावेज
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आवेदक किसान का आधार कार्ड
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बैंक खाता पासबुक
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खेती संबंधित सभी दस्तावेजों की स्व-सत्यापित फोटो कॉपी
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आय प्रमाणपत्र
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जाति प्रमाणपत्र
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निवास प्रमाणपत्र
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चालू मोबाइल नंबर
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पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
रैयत किसान एवं बटाईदार से होगी धान खरीद
धान खरीद में केंद्र सरकार ने वर्ष 2023-24 में धान के समर्थन मूल्य पर प्रति क्विंटल 143 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इस बार प्रति क्विंटल 2183 रुपये की दर से किसानों को भुगतान होगा. पिछली बार यह दर 2040 रुपये प्रति क्विंटल थी. ए-ग्रेड धान के लिए 2060 से बढ़कर 2203 रुपये प्रति क्विंटल मूल्य दिया जाएगा.17 प्रतिशत नमी तक की धान खरीद होगी. रैयत किसान (जमीन मालिक) से अधिकतम 150 क्विंटल और बटाईदार किसान से 50 क्विंटल धान खरीद होगी.बता दें कि धान खरीद में पिछले वर्ष धांधली करने के बाद कई पैक्सों को ब्लैकलिस्ट भी किया गया है.