धनबाद आशीर्वाद टावर: फौजी की तरह राहत कार्य में जुटे रहे पाटलिपुत्रा अस्पताल के डॉक्टर व कर्मी
धनबाद: एंबुलेंस तुरंत लोगों को अस्पताल के इमरजेंसी में पास ला रहा था और सभी स्टाफ तुरंत पीड़ितों को गाड़ी से उतार रहे थे. अंदर जाने के साथ ही एक स्टाफ को ऑक्सीजन लगाने का निर्देश दिया गया था तो दूसरा बीपी जांचने में लग जा रहा था. स्थिति गंभीर होते ही आइसीयू में तुरंत भर्ती किया जा रहा था.
धनबाद के जोड़ापोखर स्थित आशीर्वाद टावर में लगी भीषण आग में 14 लोगों की मौत के बाद एक तरफ फायर ब्रिगेड, पुलिस और स्थानीय लोग, जान बचाने में जुटे हुए थे. दूसरी तरफ आशीर्वाद टावर के बगल में स्थित पाटलिपुत्रा नर्सिंग होम के डॉक्टर से लेकर सभी कर्मचारी राहत कार्य में लगे हुए थे. वहां के कर्मचारी फौजी की तरफ लोगों को राहत पहुंचा रहे थे. पाटलिपुत्र नर्सिंग होम के एंबुलेंस चालक से लेकर मौजूद स्टाफ लगातार राहत कार्य में लगे हुए थे.
इस तरह काम कर रहे थे डॉक्टर और स्टाफ
एंबुलेंस तुरंत लोगों को अस्पताल के इमरजेंसी में पास ला रहा था और सभी स्टाफ तुरंत पीड़ितों को गाड़ी से उतार रहे थे. अंदर जाने के साथ ही एक स्टाफ को ऑक्सीजन लगाने का निर्देश दिया गया था तो दूसरा बीपी जांचने में लग जा रहा था. स्थिति गंभीर होते ही आइसीयू में तुरंत भर्ती किया जा रहा था.
सबसे पहले एक सात साल की बच्ची पहुंची अस्पताल
फायर ब्रिगेड की टीम के अलावा अस्पताल का एंबुलेंस लगातार बिल्डिंग के नीचे खड़ा था. शुरू में एक-दो घायल महिलाओं को अस्पताल में पहुंचाया. उसके बाद एक सात साल की बच्ची को पाटलिपुत्रा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद देखते-देखते कई लोगों के शव अस्पताल पहुंचे. यहां डॉक्टर सभी को एसएनएमएमसीएच भेज रहे थे. यह देख अस्पताल के कई कर्मी और वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गयीं.
Also Read: धनबाद के आशीर्वाद टावर में भीषण अगलगी, महिला और बच्ची सहित 14 लोगों की मौत, CM ने जताया शोक, देखें Video
दो तल्ला से कूद गया 10 साल का बच्चा
अस्पताल में एक घायल बच्चा को लाया गया. पूछने पर बताया कि वह दूसरे तल्ला पर था और उसी में आग लगी थी. आग लगने के कारण अगल-बगल कोई नहीं दिखा और यह सब देख कर वह अपनी जान बचाने के लिए ऊपर से नीचे कूद गया, लेकिन भगवान की कृपा था कि उसे कुछ नहीं हुआ.
डॉ निर्मल सबसे पहले राहत कार्य में जुटे
पाटलिपुत्र नर्सिंग होम के मालिक डॉ निर्मल ड्रोलिया के अस्पताल में दो लाख लीटर पानी स्टॉक रहता है. उनके अस्पताल में फायर से बचाव के सभी उपाय थे. श्री ड्रोलिया ने बताया कि घटना के बारे में जैसे ही पता चला, तुरंत अपने अस्पताल की छत पर चला गया और देखा कि अभी तक फायर ब्रिगेड की टीम नहीं पहुंची है. तुरंत अपने फायर बचाव की पाइप को लगाया और ऊपर से पानी फेंकना शुरू कर दिया. इसके साथ ही, दूसरी तरफ अपनी बोरिंग को चालू कर दिया, जिससे लगातार पानी मिलता रहा.
Also Read: PHOTOS: धनबाद के आशीर्वाद टावर अपार्टमेंट में भीषण अगलगी में एक ही परिवार के 5 लोग समेत 14 की हुई मौत
देर रात तक डटे रहे सीएस, प्रभारी अधीक्षक सहित अन्य डॉक्टर
धनबाद. जोड़ाफाटक रोड में हुई आगजनी की घटना में लोगों की मौत की सूचना पर सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा, एसएनएमएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक डॉ एके सिंह, डॉ डीके गिनदोड़िया, डॉ राजेश कुमार, डॉ यूके ओझा, डॉ डीपी भूषण मौके पर अस्पताल के इमरजेंसी पहुंचे. शवों के पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने सभी की जांच की. डॉक्टरों की देखरेख में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
11 तल्ला का है आशीर्वाद टावर
जोड़ाफाटक रोड स्थित आशीर्वाद टावर 11 तल्ला है. अग्निशमन विभाग के पास मात्र तीन मंजिला तक आग बुझाने की व्यवस्था है. चार दिनों में यह दूसरी घटना है. धनबाद अग्निशमक विभाग के पास संसाधन की कमी है. धनबाद में बहुमंजिला ईमारतें हैं. लगभग 600 शॉपिंग कॉम्प्लेक्स व अपार्टमेंट है. इसके अलावा स्कूल, अस्पताल, सरकारी भवन, कॉलेज, होटल है. आग लगने की स्थिति में न केवल आग बुझाने की बल्कि जान बचाने की भी जिम्मेदारी भी अग्निशमक विभाग की है. अग्निशमक विभाग के पास आज तक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म वाहन नहीं है. छह साल से सिर्फ पत्राचार ही हो रहा है.
विभाग के पास क्या-क्या होना चाहिए
-
हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म वाहन
-
पांच फायर टेंडर
-
एक्सटेंशन सीढ़ी
-
एक फोम टेंडर
-
सभी उपकरणों से लैस रेस्क्यू टेंडर
-
ग्रेडर मशीन
-
क्रिटो मशीन
-
मैन पावर (25 फायरमैन, 8 प्रधान लीडिंग फायरमैन, जिला अग्निशमक पदाधिकारी, सहायक अग्निशमक पदाधिकारी)
धनबाद अग्निशमन विभाग के पास उपलब्ध संसाधन
-
तीन बड़ा फायर टेंडर
-
35 फीट तक की सीढ़ी
-
एक फोम टेंडर, जो खराब है
-
एक रेस्क्यू टेंडर
-
वोल्टर कटर
-
मैन पावर ( हवलदार व प्रधान लीडिंग फायर मैन सहित 11 जवान, जिला अग्निशमक पदाधिकारी (वर्तमान में रिक्त)