Dhanteras 2023: बिहार में शुक्रवार को धनतेरस को लेकर बाजारों में रौनक दखने को मिल रही है. लोग सुबह से ही खरीददारी में जुटे हुए है. बाजारों में लोगों की भीड़ है. वहीं, दुकानों में ग्राहकों की लंबी कतार है. बताया जाता है कि शुक्रवार को धनतेरस के दिन सुबह छह बजे से ही गाड़ियों की डिलीवरी शुरू हो गई है. वहीं, दुकान अपने निर्धारित समय से पहले ही खुल गए थे. राजधानी पटना में ग्राहक अलग- अलग सामानों की खरीददारी कर रहे हैं. धन के देवता कुबेर की दिवाली के दो दिन पहले पूजा की जाती है. ग्रहक बर्तन, सोना, चांदी, गाड़ी, झाड़ू आदि सामानों को खरीदते हैं. सर्राफा बाजार में सोने की चमक फैल गई है. धातु के बर्तन या गहने खरीदने के साथ आज के दिन लोग नए सामानों की खरीददारी कर रहे हैं. बताया जाता है कि आज दिनभर खरीददारी का शुभ मुहुर्त है. इस कारण दिनभर ग्रहकों की दुकानों पर भीड़ रहेगी. राजधानी के बाजार गुलजार है. हर दुकानदार ग्राहकों को अपने तरीके से अपनी ओर खींच रहे हैं.
तांबे के बर्तन की खूब बिक्री की जा रही है. मालूम हो कि आजकल अधिकतर लोग स्वास्थ्य के तरफ जागरुक हो गए है. ग्राहकों के लिए तांबे की मटका, डिजाइनर जग, तांबा और पीतल के प्रेशर कुकर भी बाजारों मौजूद है. गहरों के दुकानों पर भी रौनक देखने को मिल रही है. पुराने और नए सिक्कों के अलावा श्री गणेश व लक्ष्मी के सिक्के लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं. दुकानदारों ने पहले ही तैयारी कर ली थी. बाजारों में सामानों की भरमार है. दुकानदारों ने अपने- अपने दुकानों को सजाकर रखा हुआ है. धनतेरस में ही लोग दिवाली के सामानों की भी खरीददारी कर रहे हैं. बाजारों में मिट्टी के दीप बिक रहे हैं. इसके अलावा चाइनीज लाइटों से भी बाजार गुलजार है. पटाखों की भी लोग खरीददारी कर रहे हैं. बाजारों में तांबे के बर्तनों का क्रेज है. माना जाता है कि यह बैक्टीरिया को रोकने में सक्षम होते है.
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तांबे और पीतल के थरमस, गिलास, चम्मच ,कटोरी ,परात मटकों की भी बाजारों में मांग बढ़ गई है. परंपरागत चीजों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस कारण ही अब तांबे और पीतल के बर्तनों का एक बार फिर से प्रयोग किया जा रहा है. आज के दिन लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं. वहीं, सड़कों पर भी भीड़ है. इस कारण आने जाने वाले लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. वाहनों की भी खरीददारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि सुबह छह बजे से ही वाहनों की जिलीवरी जारी है. इधर, जहानाबाद जिले में एक अनुमान के मुताबिक करीब 10 करोड़ रुपए की बर्तन और सोने चांदी की खरीदारी का अनुमान लगाया गया है. ग्राहक अपनी बजट और क्षमता के अनुसार सामानों का तौल कराकर और उसकी कीमत जानकर खरीददारी कर रहे हैं.
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धनतेसर के मौके पर कई लोग चांदी के बर्तन, पायल, चांदी के गणेश और लक्ष्मी भगवान की मूर्ति खरीद रहे हैं. चेन कान की बाली और झुमका की भी खरीददारी की जा रही है. कई लोग शादी- ब्याह के लिए अपनी बेटी और बहू के गहने भी धनतेरस के अवसर पर ही खरीदते हैं. बर्तन की दुकानों पर लोगों की भीड़ जुटी है. दीपावली और धनतेरस पर माता लक्ष्मी और भगवान- गणेश की पूजा अर्चना के लिए लोग अब मिट्टी की मूर्ति की जगह सोने- चांदी और पीतल की मूर्ति खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं. चांदी की मूर्ति खरीदने जाने पर प्रति वर्ष उसकी कीमत में इजाफा भी होता है.
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