बिहार: दिवाली और धनतेरस से पहले सजा बाजार, लोगों की जुटी भीड़, खरीददारी की देखिए तस्वीरें
Dhanteras 2023: बिहार में धनतेरस और दिवाली से पहले बाजार सज चुका है. यहां के लोग भी आगामी त्योहार को लेकर जुटे हुए है. दिवाली से पहले लोग इसके लिए खरीददारी करते नजर आ रहे हैं. बता दें कि शुक्रवार को यहां धनतेरस मनाया जाएगा.
दिवाली और धनतेसर से पहले बाजार सज चुका है. लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं. राज्य के अलग- अलग शहरों में लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है. पटना से लेकर जहानाबाद में लोग त्याहार से जुड़े सामानों की खरीददीरी कर रहे हैं.
धनतेरस के अवसर पर लोग शुभ मुहूर्त में सोने चांदी और बर्तन की खरीदारी करेंगे. इसको लेकर जहानाबाद शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक के बाजार में दुकाने सज- धज कर तैयार हो चुकी है. हालांकि, अभी लोग दुकानों में अपने मनपसंद सामान की खोज और भाव-मोल करने आ रहे हैं.
सोने- चांदी की दुकानों से लेकर बर्तन तक की दुकानों में यही हाल है. कोई चांदी के सिक्के का मूल्य पूछ रहा है तो कोई चांदी और सोने का भाव, कोई पायल, बिछिया सोने के चेन, कान की बाली और झुमका पसंद कर रहा है तो कोई लक्ष्मी गणेश की मूर्ति और चांदी के बर्तन देख रहा है. अपने अपने बजट और क्षमता के अनुसार सामानों का तौल कराकर और उसकी कीमत जानकर लोग अपने मनपसंद सामान की बुकिंग कर रहे हैं.
दुकानदार बताते है कि वर्तमान समय में खरीदारी नाम मात्र की हो रही है. जबकि, सामानों को पसंद करने और उसकी कीमत जानकर बुकिंग करने का काम ज्यादा हो रहा है. अपने मनपसंद सामग्री के एवज में दुकानदार को कुछ राशि देकर लोग इसकी बुकिंग कर रहे हैं ताकि धनतेरस के अवसर पर वह उसकी डिलीवरी ले सकें.
दुकानदार बताते है कि सबसे अधिक बिक्री चांदी के सिक्कों की होती है उसके बाद लोग चांदी के बर्तन, पायल, चांदी के गणेश और लक्ष्मी भगवान की मूर्ति की खरीद करते हैं. धनतेरस के अवसर पर सोने के चेन कान की बाली और झुमका की भी खरीद होती है.
कुछ लोग शादी- ब्याह के लिए अपनी बेटी और बहू के गहने भी धनतेरस के अवसर पर ही खरीदते हैं. वैसे लोग भी गहनों को पसंद कर इसकी बुकिंग कर रहे हैं.
बताया जाता है कि धनतेरस के अवसर पर जिले में सोने- चांदी के सिक्के गहने आदि की लगभग करोड़ों की खरीदारी की जाती है. धनतेरस की खरीदारी के लिए सोने- चांदी के साथ- साथ बर्तन की दुकानों पर भी ग्राहकों की भीड़ लगी है. हालांकि, यह ग्राहक बर्तनों की खरीदारी करने के लिए नहीं आए हैं बल्कि शुक्रवार को धनतेरस के अवसर पर खरीदारी के लिए सामानों की बुकिंग करने के लिए पहुंच रहे हैं.
पीतल, कांसा, तांबा और स्टील के बड़े बर्तन तौलकर बेचे जाते हैं किंतु छोटे बर्तन ऐसे नहीं बेचे जाते हैं. उन्हें पीस के हिसाब से फिक्स रेट पर दिया जाता है. दीपावली और धनतेरस पर माता लक्ष्मी और भगवान-गणेश की पूजा अर्चना के लिए लोग अब मिट्टी की मूर्ति की जगह सोने-चांदी और पीतल की मूर्ति खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं.
शादी- ब्याह में अपनी बेटियो को देने के लिए पीतल और कांसे का बर्तन भी लोग धनतेरस के अवसर पर खरीद लेते हैं. ऐसा करना लोग शुभ मानते हैं.