Dhanteras: एक वर्ष में तीस प्रतिशत महंगा हो गया पीतल, फिर भी दुकानों को बेहतर उम्मीद
Dhanteras: दीपोत्सव व छठ का दिन जैसे-जैसे निकट आ रहा है, वैसे-वैसे बाजार ग्राहकों से गुलजार हो रहा है. इन दोनों त्योहारों में पीतल निर्मित बर्तनों की खास डिमांड होती है. यूं तो प्राय: सभी पर्व में पीतल के बने बर्तनों की जरूरत होती है, दीपावली व छठ में इसका महत्व अधिक होता है.
Dhanteras: दीपोत्सव व छठ का दिन जैसे-जैसे निकट आ रहा है, वैसे-वैसे बाजार ग्राहकों से गुलजार हो रहा है. इन दोनों त्योहारों में पीतल निर्मित बर्तनों की खास डिमांड होती है. यूं तो प्राय: सभी पर्व में पीतल के बने बर्तनों की जरूरत होती है, दीपावली व छठ में इसका महत्व अधिक होता है. लिहाजा पीतल निर्मित बर्तनों का बाजार सज गया है. छठ के लिये लोग इन बर्तनों का खरीदी भी कर रहे हैं. धनतेरस के लिये दुकानदारों ने विभिन्न आकार व प्रकार के पीतल के बर्तनों का स्टॉक फुल कर रखा है. दुकानें सजा दी गयी हैं. बीते साल से इस वर्ष पीतल के बर्तन की कीमत में 25 से 30 फीसदी की वृद्धि हुई है. इन बर्तनों का आवक दिल्ली, मुरादाबाद और मुंबई से होता है.
पीतल के सूप के साथ हाथी व कलश की बढ़ी डिमांड
विशेषकर छठ पर्व पर मिट्टी व बांस के बर्तन के उपयोग की परंपरा रही है, लेकिन एक बार उपयोग के बाद दुबारा पूजन में उसका उपयोग नहीं हो पाने तथा कीमत में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए पीतल के बर्तन का चलन बढ़ गया है. बांस की जगह अब लोग पीतल के सूप में अर्घ अर्पण करते हैं. यही हाल दीप का भी है. हाथी व कलश तक श्रद्धालु पीतल का इस्तेमाल करने लगे हैं. इस बार पीतल के सूप, हाथी, दीप, कलश आदि की डिमांड सबसे अधिक है.
पीतल के बर्तन की कीमत
दीपावली और महापर्व छठ के लिये बाजार पीतल के बर्तनों से सज गये हैं. बाजार में उपलब्ध बर्तनों में पूजा की थाल 35 से 1250 रुपये तक, घंटी 85-750 रुपए, सूप 355-800 रुपए, दउरा 1500-5000 रुपये, डगरा 750-2000 रुपये, कलश 650-4500 रुपये तक का है. दीप 20-2400 रुपये, बाल्टी 600-3500 रुपये, परात, 600-3500 रुपये, धूप दानी 165-1250 रुपये, कोसिया 100-250 रुपये, ढक्कना 250-450 रुपये दर पर उपलब्ध है. पतीला 500-3000 रुपये, कठौती 400-2500 रुपये, छोलनी 300-1000, करछुल 300-1000, झांझ 300-1000 तक का है. सिंहासन 100-4000 रुपये, हाथी 750-15000 रुपये, अगरदान 24-750 रुपये, पंचदीप 165-1250 रुपये, आम का पल्लव 45-150 रुपये तक उपलब्ध है. वहीं लक्ष्मी-गणेश भगवान की मुर्ति 450-5500 रुपये तक का है. हांडी 700-2500 रुपये तक की कीमत का है. हांडी 850-350 रुपये किलो के वजन पर बिक्री होती है.