समस्तीपुर : विश्व क्रिकेट मंच पर कैप्टन कूल और मैच फिनिशर के रूप में स्थापित रहे भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का समस्तीपुर से भी खास नाता रहा है. 90 के दशक में बिहार क्रिकेट संघ एवं समस्तीपुर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय हेमन ट्रॉफी अंतर जिला क्रिकेट प्रतियोगिता में रांची टीम की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए धोनी ने पटेल मैदान में अपने खेल का रंग बिखेरा था.
इस दौरान अपने स्वभाव से खिलाड़ियों और स्थानीय क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया था. उस मैच से जुड़ी उनकी यादें अब भी प्रतिद्वंदी खिलाड़ियों के जेहन में स्मृति के रूप में स्थापित है. विशेश्वर के चाय दुकान से लेकर चौक-चौराहों पर वही पुरानी यादें आज फिर से ताजा हो कर चर्चा में है जब क्रिकेट के मैदान में तकरीबन 16 साल गुजारने के बाद अचानक 15 अगस्त की शाम धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूप से सन्यास लेने की घोषणा कर दी.
कभी धोनी के साथ अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी खेल चुके समस्तीपुर के अजय यादव एवं आशित सान्याल ने कहा कि आईसीसी के तीनों फॉर्मेट में परचम लहराने वाला कैप्टन कूल का अचानक संन्यास की घोषणा ने दिल को काफी आहत किया है.
1994-95 में हेमंत ट्रॉफी मैच में प्रतिद्वंदी खिलाड़ी रह चुके अनिल कुमार, सुमित यादव, सुनील कुमार, कप्तान अशोक पाहूजा एवं राजीव कुमार ने बताया कि धोनी का इस तरह का सन्यास लेना हमलोगों के लिए काफी दुखदाई है. ऐसा खिलाड़ी जो देश को कई बड़े टूर्नामेंट में विजय पताका लहराया हो उसे सचिन, सौरव गांगुली जैसे तमाम बड़े क्रिकेट खिलाड़ियों की तरह धोनी को भी एक फेयरवेल मैच के साथ विदाई होना चाहिए था.
हेमंत ट्रॉफी की मेजबानी कर रहे तत्कालीन समस्तीपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव रह चुके विधानचंद्र सिन्हा उर्फ विधान दा ने बताया कि धोनी के बारे में कुछ भी कहें वह कम है ऐसा लड़का विरले ही पैदा लेता है वह अजूबा लड़का था उसने जीरो से हीरो बनने में काफी मेहनत की थी. मुझे आज भी याद है कि जब मैं अंडर-19 का सलेक्टेड था तो मैं धोनी के खेल के साथ उसके स्वभाव से काफी प्रभावित हुआ था.
posted by ashish jha