पटना. पुलिस, एंबुलेंस और फायर सहित तमाम इमरजेंसी सेवाओं के लिए बुधवार से एक ही इमरजेंसी नंबर 112 डायल करना होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दोपहर 11.35 बजे राजधानी के शास्त्री नगर स्थित इसके इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (इआरएसएस) कमांड एंड कंट्रोल रूम का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही उनके द्वारा करीब 400 इमरजेंसी रिस्पांस वाहनों को झंडी दिखा कर रवाना किया जायेगा. इनमें से 100 वाहन पटना जिले को जबकि 300 वाहन अन्य जिलों में दिये जायेंगे.
बिहार पुलिस के एडीजी (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि आपातकालीन सेवाओं के लिए अब सिर्फ 112 नंबर रहेगा. इस पर पुलिस, अग्निशमन व एंबुलेंस से जुड़ी सेवाएं मिलेंगी. फिलहाल डायल 100 या 101 पर किये जाने वाले कॉल भी इसी कमांड एंड कंट्रोल रूम को ट्रांसफर होंगे.
आप सभी जानते हैं कि आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही देश में 100 नंबर मौजूद है, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने 112 नंबर पूरे देश में आपातकालीन नंबर शुरू किया है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि पूरी दुनिया स्पेशली अमेरिका, कनाडा और यूरोप के देशों में आपातकालीन सेवा के लिए 112 नंबर यूज में आता है. इसके चलते ज्यादातर मोबाइल हैंड सेट में 112 नंबर इमरजेंसी कॉल के लिए फीड होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए ट्राई ने 2015 में 112 नंबर को इमरजेंसी कॉल के लिए अधिकृत किया था.
सरकार के 2017 के गजट के अनुसार 1 अप्रैल 2017 के बाद बेंचे जाने वाले सभी स्मार्टफोन में पैनिक बटन की कार्यक्षमता दी जाने लगी है. अगर आप भी अपने मोबाइल में पैनिक बटन एक्टिव करना चाहते हैं, तो आप 3 बार पावर बटन दबाकर 5 या 9 नंबर का बटन दबाकर एक्टिव कर सकते हैं. ऐसे में अगर आप कभी भी 5 या 9 नंबर का बटन दबाकर कॉल करेंगे तो ये अपने आप इमरजेंसी नंबर 112 पर डायल होगा.
अगर आप देश के किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में हैं और वहां मोबाइल नेटवर्क नहीं आ रहा. फिर भी आप 112 पर कॉल करके इमरजेंसी सुविधा का लाभ पा सकते है. वहीं 112 पर कॉल करना बिलकुल फ्री है. साथ ही आप लैंडलाइन फोन से भी 112 पर कॉल कर सकते हैं.
अगर आप इमरजेंसी नंबर 112 पर कॉल करते हैं. तो आपको ऑन-स्पॉट फायर ब्रिगेड, मेडिकल और पुलिस की सहायत जल्द से जल्द मिलेगा. वहीं 112 पर आप जिस राज्य में हैं वहां की भाषा बोल सकते हैं या फिर आप हिंदी या अंग्रेजी में मदद मांग सकते हैं.