पटना. पहले चरण में पटना सहित सभी जिला मुख्यालयों में शुरू की गयी इमरजेंसी डायल 112 की सेवा दिसंबर तक सभी प्रखंडों में उपलब्ध होगी. इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (इआरएसएस) के तहत पुलिस, एंबुलेंस एवं फायर ब्रिगेड समेत सभी इमरजेंसी सेवाओं के लिए शुरू की गयी इस डायल112 सेवा के दूसरे चरण के लिए गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय से प्रस्ताव मांगा है.
पुलिस मुख्यालय विस्तार से पहले जिला वार मानव बल और संसाधनों की जरूरत का आकलन कर रहा है. अनुमान के मुताबिक डायल 112 की सेवा के पूरे राज्य में विस्तार के लिए करीब 30 हजार मानव बल की आवश्यकत होगी. इसके अलावा 1200 चार पहिया वाहन व 500 मोटरसाइकिल की भी आवश्यकता जतायी गयी है. इसके लिए फिलहाल 400 गाड़ियां उपलब्ध हैं, जिसमें प्रत्येक वाहन के साथ एक चालक के अलावा पुलिस पदाधिकारी और दो जवानों को तैनात किया गया है.
अधिकारियों के मुताबिक जिला मुख्यालयों में तैनात करीब 400 वाहनों के कामकाज की समीक्षा भी की जायेगी. इसमें देखा जायेगा कि जुलाई 2022 में लांचिंग के बाद इस पर कितनी आपराधिक घटनाओं की शिकायत दर्ज हुई और उसमें इन वाहनों का रिस्पांस कैसा रहा ? उन्होंने बताया कि नये कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के लिए राजीव नगर थाना के पास करीब 27 कट्ठा जमीन का अधिग्रहण किया गया है. यहां भवन निर्माण का काम जल्द शुरू होने की उम्मीद है. फिलहाल इसे राजवंशी नगर स्थित वायरलेस मुख्यालय में चलाया जा रहा है.
एंबुलेंस नहीं मिलने पर ठेला पर ही दिया बच्चे को जन्म
अरवल. समय पर एंबुलेंस ना मिलने के कारण प्रसूता को ठेला पर लादकर सदर अस्पताल लाया गया. जहां रास्ते में ही महिला ने ठेला पर ही बच्चे का जन्म दे दिया. मामला सदर थाना क्षेत्र के डांगरा आहर की है. बुधवार देर रात चंदन पासवान की पत्नी ध्यानती देवी को प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद उसने गांव के आशा दीदी को सूचना दी.
आशा दीदी ने गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने के लिए सदर अस्पताल से एंबुलेंस मुहैया कराने की मांग की. काफी देर तक एंबुलेंस नहीं आया तो प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को ठेले पर लाद कर परिजन दो किलोमीटर दूर सदर अस्पताल लाये. सदर अस्पताल पहुंचने के दौरान रास्ते में ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया.