Diesel Price: उत्तर प्रदेश से बिहार में लाखों लीटर डीजल की तस्करी, पंप मालिकों की गुहार- ‘बचा लो सरकार’
Diesel Price: उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) में बिहार के मुकाबले डीजल का दाम (Diesel Price in Bihar) सस्ता है. इसका नतीजा ये कि यूपी की सीमा से लगे बिहार के जिलों में धड़ल्ले से लाखों लीटर डीजल की तस्करी हो रही है. इससे हर साल करोड़ों रुपये के राजस्व का घाटा हो रहा है. डीजल की तस्करी होने से कैमूर (Kaimur) जिले के तीन पेट्रोल पंप (Petrol Pump) बंद हो चुके हैं.
Diesel Price: उत्तर प्रदेश में बिहार के मुकाबले डीजल का दाम सस्ता है. इसका नतीजा ये कि यूपी की सीमा से लगे बिहार के जिलों में धड़ल्ले से लाखों लीटर डीजल की तस्करी हो रही है. इससे हर साल करोड़ों रुपये के राजस्व का घाटा हो रहा है. डीजल की तस्करी होने से कैमूर जिले के तीन पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं. यदि तस्करी पर रोक नहीं लगायी गयी, तो बहुत जल्द जिले में कई पेट्रोल पंप बंद हो जायेंगे.
जिला पेट्रोलियम एसोसिएशन संघ के सदस्यों ने प्रशासन से गुहार लगायी है कि उनके धंधे को चौपट होने से बचाया जाए. इस बाबत जिला पेट्रोलियम एसोसिएशन के सदस्यों डीएम और एसपी को ज्ञापन सौंपा है. एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया कि उत्तरप्रदेश से डीजल तस्करी में प्रमुख रूप से चांद मार्ग, महदायिच-हाटा मार्ग, खलियारी-अधौरा मार्ग, सड़की(अधौरा) से उत्तरप्रदेश मार्ग, जीटी रोड एनएच दो, रामगढ़-बड़ौरा पथ, ककरैत-देवहलिया मार्ग शामिल हैं.
मुलाकात के दौरान एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा सीमावर्ती राज्य उत्तरप्रदेश से डीजल की हो रही तस्करी की तरफ ध्यान इंगित कराया गया. ज्ञापन में बताया गया कि उत्तरप्रदेश से डीजल की तस्करी होने के चलते प्रतिवर्ष करोड़ों का राजस्व वैट के रूप में जो बिहार सरकार को मिलना चाहिए, वह उत्तरप्रदेश सरकार को जा रहा है.
बिहार में रोड, रेलवे व अन्य कंस्ट्रक्शन कंपनियां जिनका कार्य कैमूर जिले में चल रहा है, उन्हें सारी सुविधाएं बिहार सरकार उपलब्ध करा रही है. लेकिन, उनके द्वारा छोटे टैंकरों से अवैध रूप से उत्तरप्रदेश से डीजल की तस्करी की जा रही है. इससे इनके द्वारा राजस्व का एक बड़ा हिस्सा जो बिहार को मिलना चाहिए, वह उत्तरप्रदेश को चला जा रहा है.
संघ ने बताया कि है कि इस तस्करी से कैमूर के पेट्रोल पंप मालिकों की माली हालत बेहद ही नाजुक स्थिति में पहुंच चुकी है और इससे परेशान कैमूर के तीन पेट्रोल पंप मालिकों ने अपने पंप बंद कर दिये हैं. समय रहते अगर इसे नहीं रोका गया, तो भविष्य में और पंपों के बंद होने की संभावना है. भारत सरकार के पेट्रोलियम व विस्फोटक सुरक्षा संगठन के नियमानुसार डीजल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण के लिए ‘पेसो द्वारा अनुज्ञप्ति प्राप्त वाहन ही उपयोग में लाये जा सकते हैं.
जबकि, यहां कि तस्करी अवैध व ‘पेसो के बिना अनुज्ञप्ति धारी वाहन से की जा रही है. इससे रोड में कोई बड़ा हादसा हो सकता है. इसलिए आवेदन के जरिये कैमूर जिला पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन संघ ने मांग की है कि उपरोक्त मामले में अविलंब व ठोस कार्रवाई की जाये. ताकि तस्करी पूरी तरह से बंद हो सके.
Posted By: Utpal Kant