बिहार की सियासत में बड़े उलट फेर के कयास के बीच जदयू, आरजेडी, कांग्रेस और हम पार्टी अपने नेताओं के साथ बैठक करने वाली है. बताया जा रहा है कि बिहार में नीतीश कुमार भाजपा का साथ एक बार फिर से छोड़ सकते हैं. ऐसे में राजद की रणनीति की तरफ लोगों की निहागें लगी हुई है. मगर बिहार में जारी राजनीतिक उठा पटक के बीच राजद के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समर्थन देने को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. राजद के वरिष्ठ नेता अलग-अलग सूर में बयान दे रहे हैं. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सोमवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने नीतीश कुमार पर पूछे एक सवाल के जवाब में कहा कि अब RJD और JDU का गठबंधन कभी नहीं हो सकता है. जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवनंद तिवारी ने कहा कि नीतीश अगर BJP से अगल होते हैं तो हम छाती खोलकर उनका स्वागत करेंगे. हालांकि राजद ने साफ कर दिया है कि किसी भी मसले पर पार्टी में अंतिम निर्णय तेजस्वी यादव का ही होगा.
जगदानंद सिंह ने सोमवार को कहा कि नीतीश कुमार के साथ राजद कभी भी सरकार नहीं बनाएंगी. उनके लिए हमारे दरवाजे बंद है. सरकार बनाने के लिए नीतीश कुमार को आमंत्रण भी हमने नहीं दिया था. वहीं उन्होंने बताया कि मंगलवार को राबड़ी देवी के आवास पर होने वाले बैठक में मुख्य मुद्दा आरजेडी विधायकों की बैठक सदस्यता अभियान, 2024-25 के चुनाव, संगठन की मजबूती को लेकर बात आदि होंगे. राजद में संगठन का चुनाव होने वाला है. इसको लेकर भी कल बैठक बुलाई गई है. जदयू आरसीपी सिंह या किसी को निकाले ये उसका अंदरूनी मामला है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने सभी प्रवक्ताओं के पावर को सीज कर लिया है. अब जो बयान होगा तेजस्वी यादव और मैं दूंगा.
सोमवार को शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार को समर्थन देने को पार्टी का दायित्व बताया है. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार सरकार से अगल होते हैं तो ऐसे में साफ है कि बीजेपी उनसे विश्वास मत साबित करने के लिए कहेगी. ऐसी स्थिति में राजद का दायित्व बनता है कि अगर नीतीश कुमार एनडीए से निकलते हैं तो हम उनकी सरकार का समर्थन करें। हमारे पास इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता ही नहीं है। हम छाती खोलकर उनका स्वागत करेंगे।