बिहार: डीजी शोभा अहोतकर फिर विवादों में, विकास वैभव के बाद अब DIG अनुसूया ने लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप
बिहार होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवा की डीआइजी अनुसूया रणसिंह साहू ने अपने विभाग की डीजी पर ही विभाग में अनियमितता, सुनियोजित तरीके से फंसाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाया है.
बिहार होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवा की डीजी (पुलिस महानिदेशक) शोभा अहोतकर एक बार फिर से विवादों में घिर गई हैं. उनके विभाग की डीआइजी अनुसूया रणसिंह साहू ने डीजी पर विभाग में अनियमितता, सुनियोजित तरीके से फंसाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाया है. डीआइजी ने इस संबंध में एक 13 पन्ने का एक लेटर लिखा है. जो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह पत्र बिहार के मुख्य सचिव, डीजीपी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों को भी भेजा गया है. हालांकि डीजी ने आरोपों को पूरी तरह निराधार बताते हुए कहा कि डीआइजी लगातार गलती पर गलतियां करती रहीं और अब विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए मामले को ट्विस्ट कर रही हैं.
डीआइजी अनुसूया ने लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप
पत्र में महिला डीआइजी अनुसूया रणसिंह साहू ने कहा कि मार्च 2023 में पोस्टिंग के बाद अग्निशमन वाहन की खरीद में बिहार सरकार को हो रहे 6.5 करोड़ रुपये के भारी नुकसान को उन्होंने रोका. इसके बाद होमगार्ड जवानों की पोस्टिंग में वसूली मामले की जांच भी उन्होंने की. इसके बाद से ही उनको टारगेट किया जाने लगा. यह कई घटनाओं के माध्यम से सामने आयी. झूठे, दुर्भावनापूर्ण, सतही और मानसिक प्रताड़ना देने के उद्देश्य से बिना साक्ष्य के आरोप लगाये गये. उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि डीजी शोभा अहोतकर उन्हें फंसाने के लिए साजिश रच रही हैं और उन्हें मानसिक रूप से परेशान भी किया जा रहा है. डीआइजी का कहना है कि उनके पूरे परिवार को जान का खतरा है और उन्होंने इस मामले पर वरीय अधिकारियों को ध्यान देने के लिए कहा है.
काम नहीं करने वालों को मुझसे परेशानी : शोभा अहोतकर
होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवाएं की महानिदेशक शोभा अहोतकर ने कहा कि जो काम नहीं करना चाहते, उनको ही हमसे परेशानी होती है. उनके डर से हम अपना काम करना नहीं छोड़ सकते. महिला डीआइजी की मार्च में पोस्टिंग के बाद उनसे मेरी मात्र एक बार मीटिंग में मुलाकात हुई. उसके बाद मुझे आवेदन दिये बगैर तीन माह तक छुट्टी पर रहीं. योगदान देने के बाद कार्यालय के सहकर्मियों के साथ उनका रवैया काफी खराब रहा. महिला के खिलाफ कठोर अनुशासनिक कार्रवाई को लेकर गृह विभाग को अब तक छह पत्र भेजे गये हैं. इस मामले में गृह विभाग ने उनसे स्पष्टीकरण भी पूछा है, जिसका कोई जवाब अब तक उन्होंने नहीं दिया.
आइजी पर कार्रवाई की तैयारी में गृह विभाग
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में गृह विभाग डीआइजी पर कार्रवाई की तैयारी में है. मंगलवार को डीआइजी का पत्र वायरल होने से पहले सोमवार को इस मुद्दे पर गृह विभाग में बैठक हुई थी, जिसमें विभागीय कार्यवाही चलाने पर चर्चा की गयी. अनुसूया रणसिंह साहू इससे पहले भी वरीय पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाने सहित कई दूसरे मामलों को लेकर चर्चा में रही हैं. वहीं, डीजी शोभा अहोतकर और आइजी विकास वैभव का विवाद भी काफी चर्चा में रहा था.
विकास वैभव के साथ भी हो चुका है शोभा अहोतकर का विवाद
बता दें कि इससे पहले भी बिहार होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवा की डीजी शोभा अहोतकर का गृह रक्षा वाहिनी के आईजी विकास वैभव से भी विवाद हो चुका है. आईपीएस विकास वैभव ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा था. इस पत्र में उन्होंने खुद को आइजी गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएं के पद से मुक्त करने का अनुरोध किया था. आइजी ने अपर मुख्य सचिव से डीजी शोभा अहोतकर की शिकायत करते हुए पत्र में लिखा था कि डीजी मैडम ने मुझे आठ फरवरी की बैठक में तीन बार सभी के सामने ब्लडी आइजी कहा. डीआइडी बिनोद कुमार को भी अपमानित किया. गेटआउट कहकर सभाकक्ष से बाहर निकाल दिया. इस वजह से मैं काफी विचलित और मानसिक रूप से द्रवित हो उठा. बैठक के बाद हुए अपमान के कारण मुझे पूरी रात नींद नहीं आयी और रात में मैंने ट्वीट कर दिया. हालांकि बाद में मुझे लगा कि ट्वीट न कर मुझे सरकार को अवकाश के लिए आवेदन देना चाहिए. बाद में मैंने ट्रीट डिलीट कर दिया.