राजभवन मार्च को ऐतिहासिक बनाने में जुटा माले, दीपंकर ने कहा- सरकार करे 19 लाख रोजगार की घोषणा, वर्ना करेंगे आंदोलन
माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार सरकार को 19 लाख रोजगार की घोषणा करनी होगी,वरना सदन से सड़क तक आंदोलन होगा.
पटना. भाकपा-माले के पूर्व महासचिव विनोद मिश्र के 22 वें स्मृति दिवस का आयोजन शुक्रवार को भारतीय नृत्य कला मंदिर में संकल्प सभा के रूप में किया.कार्यक्रम के शुरुआत में सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने स्व मिश्र की तस्वीर पर माल्यार्पण किया.
माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार चुनाव ने वामपंथ को ताकत दी है. हम फासीवादी निजाम के खिलाफ चौतरफा संघर्ष छेड़ेंगे. बिहार सरकार को 19 लाख रोजगार की घोषणा करनी होगी,वरना सदन से सड़क तक आंदोलन होगा.
चुनाव में की गयी घोषणाओं को पूरा करने का वक्त आ गया है, ताकि युवाओं को अब रोजगार मिल सके. उन्होंने कहा कि बिहार के किसानों ने 29 दिसंबर को किसान कानून व अपनी अन्य मांगों पर राजभवन मार्च आयोजित करने का निर्णय लिया है, जो ऐतिहासिक होगा.
पूर्व विधायक रामदेव वर्मा ने कहा कि मानव विकास सूचकांक में बिहार की स्थिति सबसे खराब है. विकास के नाम पर भ्रम फैलाया जा रहा है,लेकिन इस बार विपक्ष मजबूत है. पूर्व विधायक राजाराम सिंह ने कहा कि बिहार के किसानों ने भारत बंद में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है.
हम अपनी खेती-किसानी पर कॉरपोरेटों की गुलामी बर्दाश्त नहीं करेंगे. गांव-गांव में जत्था निकाल कर बिहार के बटाईदार सहित सभी किसान 29 दिसंबर को पटना पहुंचेंगे.
मौके पर वरिष्ठ नेता स्वदेश भट्टाचार्य, पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेंद्र झा, पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, वरिष्ठ नेता केडी यादव, सरोज चौबे व अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बिहार-झारखंड के प्रभारी राजाराम सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha